Faridabad News : इण्डियन नेशनल लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता कुंवर उमेश भाटी ने एनआईटी विधानसभा क्षेत्र में बूचडख़ाने को लेकर हुए ड्रामे को जनता को बेवकूफ बनाने वाला कार्य बताते हुए इसकी घोर निंदा की है। उन्होने कहा कि इसी तरह विपक्ष पार्टी का विधायक नगर निगम सदन में बैठ कर प्रस्ताव पास करा रहा है और वो प्रस्ताव पास हो रहा है जो कि पहले ही हो चुका है यह नगर निगम सदन की मर्यादा को ठेस पहुंचाने वाला कार्य जिस पर संज्ञान लेना चाहिए और उचित कार्यवाही भी करनी चाहिए। आखिर विपक्ष के विधायक को नगर निगम सदन में बैठकर प्रस्ताव पास करने का आदेश किसने दिया।
उन्होंनेे एनआईटी विधायक, मंत्री कृष्णपाल गूर्जर, महापौर सुमन बाला सहित अन्य भाजपा पदाधिकारियो पर एनआईटी विधानसभा क्षेत्र की जनता को धोखा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जिस बूचडख़ाने को 4.11.2018 के हटाने के दिशा निर्देश दे दिये गये थे उसको हटाने के लिए केन््रदीय मंत्री, विधायक ने इस तरह का ड्रामा आखिर क्यों रचा। उमेश भाटी ने कहा कि अगर इस बूचडख़ाने को हटाना ही था तो इसे पहले क्यों नहीं हटाया गया और अब चुनावो का समय आया है तो इस तरह का ड्रामा रच कर जनता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उमेश भाटी ने कहा कि किसी भी विधायक का क्षेत्र हो और उस विधायक को इस बात की पूरी जानकारी होती है कि उसके क्षेत्र में क्या बनना है और क्या नहीं बनना। जब इस बूचडख़ाने का प्रस्ताव पारित हुआ था तब विधायक ने इसका विरोध क्यों नहीं किया और आज जब चुनावों का समय है तो वह इस बूचडख़ाने का विरोध करने के लिए आमादा हो गये।
उन्होंने कहाकि इसी तरह केन्द्रीय राज्यमंत्री गूर्जर से भी हम पूछना चाहते है कि इस मामले में भारतीय जनता पार्टी ने पहले प्राथमिकता क्यों नहीं दिखाई जब इस बूचडखाने को 4.11.2018 को ही लैटर जारी हो गया था कि यहां नहीं बनेगा तब केन्द्रीय राज्यमंत्री कहा थे और अब इस वक्त ऐसा करने की क्या जरूरत हो गयी। भाटी ने कहा एनआईटी विधायक भड़ाना ने बूचडख़ाना रुकवाने को लेकर बिल्डिंग तोडऩे के लिए जो कारवाई की है वह मात्र दिखावा व नाटक है। उन्होने एनआईटी विधायक का पर्दाफाश करते हुए कहा कि जब उपरोक्त जमीन का अधिग्रहण किया गया था तब भी यही एनआईटी विधायक सरकार का हिस्सा थे। जब नक्शा पास हुआ तब भी यही एनआईटी विधायक सरकार का हिस्सा थे। जब बिल्डिंग बननी शुरू हुई तब भी यही एनआईटी विधायक सरकार का हिस्सा थे जब गांवों वालों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने की बात की तब भी यही एनआईटी विधायक सरकार का हिस्सा थे लेकिन तब कभी भी एनआईटी विधायक नगेन्द्र भड़ाना ने गांवों वालों का साथ नहीं दिया बल्कि मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने के लिए भी गांवों वालों को रोका था। उमेश भाटी ने कहा कि जनता इस सारे प्रकरण को जान चुकी है और दूध का दूध पानी का पानी हो गया है। अब जनता मंत्री व विधायक को आगामी चुनावों में परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी भी दे रही है और होना भी चाहिए जो मंत्री व एनआईटी विधायक जनता को इस तरह से बरगलाने का प्रयास करे उसको किसी रूप से बख्शा नहीं जाना चाहिए।