Faridabad News : डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक विचारक और प्रसिद्ध शिक्षाविद थे। सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धान्तवादी थे। उन्होने बहुत से गैर कांग्रेसी हिन्दुओं की मदद से कृषक प्रजा पार्टी से मिलकर प्रगतिशील गठबन्धन का निर्माण किया। इस सरकार में वे वित्तमन्त्री बने। इसी समय वे सावरकर के राष्ट्रवाद के प्रति आकर्षित हुए और हिन्दू महासभा में सम्मिलित हुए। उक्त विचार अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली ने सैक्टर-12 स्थित कार्यालय पर डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने उनके जीवन पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया। सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि अपनी विशिष्ट रणनीति से उन्होंने बंगाल के विभाजन के मुस्लिम लीग के प्रयासों को पूरी तरह से नाकाम कर दिया। 1942 में ब्रिटिश सरकार ने विभिन्न राजनैतिक दलों के छोटे-बड़े सभी नेताओं को जेलों में डाल दिया। इस मौके पर पं. एल आर शर्मा, ओ पी शास्त्री, मोहित, महेश वत्स, पं. रामदत्त, राजीव एवं मोंटू ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।