Chandigarh News : हरियाणा में छिड़ी जाट व गैर जाट की राजनीति को नया मोड़ देते हुए मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने दावा किया है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा या ओम प्रकाश चौटाला नहीं बल्कि जाटों के असली प्रतिनिधि वह हैं। प्रदेश की जनता और जाट इन दोनों को अच्छे से जान चुके हैं। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक द्वारा फिर से जाट आरक्षण के मुद्दे पर आंदेालन की चेतावनी पर सीएम ने कहा, अब ये लोग समाज को गुमराह नहीं कर सकते।
आज अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में खट्टर ने इस बात से साफ इनकार किया कि इस समय प्रदेश भाजपा के कार्यकर्ताओं में सरकार के विरूद्ध किसी तरह की असंतुष्टता अथवा नाराजगी है। उन्होंने कहा कि मैं खुद कार्यकर्ता रहा हूं और प्रधानमंत्री मोदी ने भी हमेशा संगठन की राजनीति की है। ऐसे में कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलने का बेहतर अनुभव है।
सीएम ने दावा किया कि पहली बार किसी सरकार में 2500 कार्यकर्ताओं को एडजस्ट किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा में तीन तरह के कार्यकर्ता हैैं। पहले वह, जो संगठन के हैं और संगठन के कार्यों तक सीमित हैैं। दूसरे वह, जो सरकार की नीतियों को आम लोगों तक पहुंचाने में जुटे रहते हैं। तीसरे वह, जो दूसरे दलों से आए हैं। इन तीसरी तरह के कार्यकर्ताओं की चाहत बहुत कुछ हो सकती है। वह जरूर कुछ नाराज हो सकते हैैं। पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता किसी सूरत में नाराज नहीं हो सकता।
मनोहर लाल ने लोकसभा के साथ 12 राज्यों के विधानसभा चुनाव की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि 2024 में एक देश-एक चुनाव की योजना को सिरे चढ़ाया जा सकता है। मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ के साथ लोकसभा चुनाव से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि यह भी संभव नहीं लगता। फिर भी यदि ऐसा होता है तो हरियाणा भाजपा व सरकार पूरी तरह से तैयार है।
मुख्यमंत्री को उम्मीद है कि हरियाणा में लगातार दूसरी बार भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनेगी। उन्होंने पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि अब सिस्टम बदला है और किसी भी फाइल को अनावश्यक रोका नहीं जाता। फरीदाबाद में हुई भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के फैसलों से जुड़े सवाल पर मनोहर लाल ने कहा कि ब्लाक स्तर पर कमेटियां गठित की जा चुकी और बूथ स्तर पर पदाधिकारी नियुक्त हो चुके हैं।