Chandigarh News : हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू को ब्रिटेन के नम्बर से रविवार रात को एक बजे धमकी भरा फोन आया है। फोन करने वाले व्यक्ति ने पुलिस महानिदेशक से कहा है कि पिता जी (डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम) को रिहा करो, वरना 72 घंटे के भीतर उन्हें सुनारिया जेल से छुड़ाकर ले जाएंगे। हालांकि डीजीपी संधू ने ऐसा कोई फोन आने से इन्कार किया है।
बेशक फोन ब्रिटेन के नंबर से आया है परंतु हरियाणा साइबर क्राइम पुलिस को फोन की लोकेशन चंडीगढ़ सेक्टर 11 की मिली है। जिस नंबर से फोन किया गया है, फिलहाल वह बंद है। पुलिस महानिदेशक ने गृह सचिव एसएस प्रसाद और मुख्यमंत्री मनोहर लाल को इस की जानकारी दे दी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक व गृह सचिव ने सुनारिया जेल की सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस महानिदेशक ने विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ गोपनीय बैठक के बाद डीसी रोहतक, एसपी और जेल अधीक्षक को जरुरी निर्देश दिए हैं। जेल महानिदेशक डॉ. केपी सिंह से भी सुरक्षा बढ़ाने पर चर्चा हुई है।
पुलिस को आशंका है कि जिस तरह से हनीप्रीत भारत में रहते हुए विदेशी सिम इस्तेमाल कर रही थी, उसी तरह यहां किसी अन्य डेराप्रेमी ने ब्रिटेन के नंबर से धमकी दी है। पुलिस ने धमकी भरी कॉल करने वाले व्यक्ति की तलाश कर शुरू कर दी है। उधर, जेल में बंद गुरमीत राम रहीम की हर गतिविधि पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है।
डेरा प्रमुख को शिफ्ट करने की संभावना पर विचार
खुफिया एजेंसियों ने डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को सुनारिया जेल से शिफ्ट करने की सलाह दी है, लेकिन माना जा रहा कि फिलहाल उसे वहीं रखा जाएगा। जेल महानिदेशक से कहा गया है कि वह पूरी समीक्षा के बाद अपनी रिपोर्ट दें। उनसे अन्य सुरक्षित जेल के बारे में भी पूछा गया है।
हनीप्रीत व डेरा मुखी का विदेश कनेक्शन
डेरा प्रमुख के जेल जाने के बाद हनीप्रीत भी लगातार विदेश में बात करती रही है। उसने अपनी फरारी के दौरान 17 सिम इस्तेमाल किए। इनमें से तीन इंटरनेशनल सिम हैं। यानी देश में ही कोई व्यक्ति डेरा अनुयायियों को इंटरनेशनल सिम उपलब्ध करा रहा है।
किसी की हिम्मत नहीं राम रहीम को छुड़वा ले: डीजीपी
हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू का कहना है कि मुङो ऐसे किसी फोन की जानकारी नहीं है। हो सकता है कि कोई रहा भी हो। यह सब सामान्य बाते हैं। किसी में इतनी हिम्मत नहीं कि गुरमीत राम रहीम को सुनारिया जेल से छुड़ा ले जाए। बहुत देखे हैं ऐसे। कोई कोशिश भी करके न देखे।
पुलिस की जांच को भटकाने की चाल
राज्य की खुफिया एजेंसियों का मानना है कि पुलिस जांच को भटकाने के लिए ऐसे धमकी भरे फोन किए जा रहे हैं। पुलिस ने हनीप्रीत का छह दिन का रिमांड ले रखा है, लेकिन अभी तक वह हनीप्रीत से कुछ भी ऐसा नहीं उगलवा सकी, जिसके आधार पर कोई ठोस कार्रवाई की जा सके। धमकी भरे फोन के जरिए पुलिस की जांच की दिशा व परेशानी दोनों बढ़ सकती हैं।