छात्रों ने मुंडन करवाया, निकाली सरकार की अर्थी

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Faridabad News : अनिश्चितकालीन धरने के 19वें दिन शुक्रवार को एनएसयूआई पांच कार्यकर्ताओं ने विरोध स्वरूप पहले अपना मुंडन करवाया और फिर हरियाणा की भाजपा सरकार की अर्थी निकाली और उसका दास संस्कार किया। भाजपा सरकार व यूनिवर्सिटी के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। एनएसयूआई प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने बताया कि पिछले 19 दिनों से वह और उनके साथी शांति पूर्वक यहां धरने प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं, लेकिन सरकार और यूनिवर्सिटी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। वे धरने पर बैठ कर सिर्फ अपने लिए किसी सुविधा की मांग नहीं कर रहे हैं, बल्कि छात्र हितों की लड़ाई लड़ रहे हैं।

कृष्ण अत्री ने बताया कि उन्होंने हरियाणा भाजपा सरकार की अर्थी को जलाया है, क्योंकि हरियाणा में भाजपा सरकार के कार्यकाल का यह आखिरी साल है और आने वाले दिनों में युवा भाजपा का बहिष्कार करके उन्हें उनकी सही जगह दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि इतिहास ने एक बार फिर अपने आप को दोहराया है। तीन साल पहले भी इसी दिन 24 अगस्त 2015 को एनएसयूआई ने मुंडन कराकर भाजपा सरकार के प्रति विरोध जताया था। उस समय भी एनएसयूआई ने रीजनल सेंटर बनाने, सैमेस्टर प्रणाली खत्म करने और कॉलेज में छात्र-छात्राओं को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की थी। उस समय सरकार ने छात्रों को बरगलाते हुए झूठा आश्वासन देकर एनएसयूआई का धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल खत्म कराई थी, लेकिन आज तीन साल बीतने के पश्चात भी उन मांगों को पूरा नहीं किया गया, जिस कारण एक बार फिर एनएसयूआई को छात्र हितों के लिए सडक़ पर धरना प्रदर्शन के लिए बैठना पड़ा है।

अत्री ने बताया कि वर्ष 2016 से कॉलेज की जर्जर बिल्डिंग का मामला एनएसयूआई उठाती आई है। इस मामले में हरियाणा के केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने इसकी मरम्मत कराने को कहा था। कॉलेज की प्रिंसिपल भी अपने उच्चाधिकारियों को इस बारे में कई बार अवगत करा चुकी हैं, लेकिन अभी तक इस दिशा में भी कोई काम नहीं हुआ। भाजपा सरकार कॉलेज में कोई बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रही है।

अत्री ने 20 प्रतिशत सीटों में वृद्धि वाली मांग के बारे में बताते हुए कहा कि एनएसयूआई पिछले दो महीनों से यूजी-पीजी कक्षाओं में 20 प्रतिशत सीटें बढ़ाने की मांग कर रही है, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। हरियाणा के केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने 23 जुलाई को यूनिवर्सिटी को 20 प्रतिशत सीट वृद्धि के लिए एक पत्र भी लिखा था, लेकिन फिर भी कुछ नहीं हुआ। अत्री ने कहा कि जब अधिकारी केबिनेट मंत्री की भी नहीं सुन रहे हैं, तो फिर छात्रों की कैसे सुनेंगे, इसका अंदाजा स्वयं ही लगाया जा सका है। इसके अलावा फुटओवर ब्रिज बनाने की मांग पर भी पिछले साल अक्टूबर 2017 में उपायुक्त ने छह महीने में फुटओवर ब्रिज बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन एक साल बीतने के पश्चात भी वह अभी तक बनना शुरू नहीं हुआ। मुंडन कराने वालों में एनएसयूआई हरियाणा प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री, छात्र नेता दिनेश कटारिया, गौरव कौशिक, मनीष कुमार, अंकित कश्यप शामिल हैं।

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