Faridabad News : गांव पलवली में पांच लोगों की जघन्य हत्या के मामले को अभी एक माह भी नहीं हुआ है और गांव में फिर से तनाव की स्थिति बन गई है। पीड़ित परिवार की महिलाओं और ग्रामीणों ने मंगलवार को पुलिस आयुक्त डा. हनीफ कुरैशी से मुलाकात की। उन्होंने पुलिस आयुक्त को बताया कि आरोपी पक्ष के लोग उन्हें व उसके रिश्तेदारों को धमकी दे रहे हैं। आरोपियों के रिश्तेदार कभी भी गांव की बैठक में आ धमकते है और अनापशनाप बात करते हैं। महिलाओं ने आरोप लगाया है कि दिवाली के मौके पर वे लोग उनके घरों में आग भी लगा सकते हैं। पुलिस आयुक्त ने इस मामले में खेड़ी पुल थाना प्रभारी को गांव में नियमित रूप से गश्त करने के निर्देश दिए हैं। भारतीय बाह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने ज्ञापन सौपा।
बता दें कि गांव पलवली में सरपंची के चुनाव को लेकर बिल्लू परिवार और बिजेंद्र के बीच रंजिश हो गई थी। इस कारण इन दोनों गुटों के बीच कई बार कहासुनी हो चुकी थी और मामला झगड़े तक पहुंच गया था। गत 17 सितंबर की सुबह बिजेंद्र पक्ष से कन्हैया के बेटे हरीश और बिल्लू के बेटे मिरिंडा के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। शाम को दोनों पक्षों के बीच पहले लाठी, डंडे और तलवारें चलीं और फिर कुछ देर बाद बिल्लू पक्ष की तरफ से आए दर्जनों लोगों ने हमला कर दिया। इस दौरान बिल्लू के परिवार के एक सदस्य ने राइफल से गोलियां दागनी शुरू कर दी, जिसमें पांच लोगों श्रीचंद, राजेंद्र, ईश्वर, नवीन और देवेंद्र की मौत हो गई थी। पुलिस इस नृशंस हत्याकांड में पलवली की सरपंच दयावती, उनके पूर्व सरपंच पति बिल्लू, एएसआई धर्मेंद्र समेत 27 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। अभी एएसआई प्रमोद समेत कुछ अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।