Faridabad News, 13 Sep 2018 : मानवाधिकार और महिला मुद्दों पर काम करने वाली संस्था ब्रेकथ्रू ने आज अपने स्त्रीलिंक कार्यक्रम के अन्तर्गत जागरुकता हेतु वीडियो वैन की शुरूआत की, डबुआ के सामुदायिक भवन से वीडियो वैन का उद्घाटन डीसीपी, एनआईटी, नीतिका गहलोत और ब्रेकथ्रू की सीईओ सोहनी भट्टाचार्या फीता काटकर किया। यह वीडियो वैन 13 से 22 सिंतबर 2018 तक डबुआ, बसेलवा कॉलोनी और मेवला महाराजपुर के इलाकों मे जाएगी। इस दौरान यह नुक्कड़ नाटक, लघु फिल्मों, खेल के माध्यम से कपड़ा फैक्टरियों में काम करने वाली महिला कर्मियों के साथ होने वाली घरेलू हिंसा, सार्वजनिक स्थानों पर होने वाले यौन उत्पीड़न, कार्यस्थल पर होने वाली हिंसा,लैंगिक भेदभाव, नौकरी पर रखने के नाम पर उनके साथ होने वाले उत्पीड़न जैसे मुद्दे पर समुदाय को जागरुक करेगी।
वीडियो वैन के उद्घाटन के अवसर पर ब्रेकथ्रू की सीईओ सोहनी भट्टाचार्या ने कहा कि ब्रेकथ्रू लंबे समय से महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा को समाप्त करने के लिए काम कर रहा है, इसी कड़ी में कपड़ा फैक्टरियों में काम करने वाली हमारी महिलाओं के लिए हमने यह कार्यक्रम स्त्रीलिंक शुरू किया है जिसका उद्देश्य उनके जीवन से किसी भी तरह की हिंसा को समाप्त करके उनके जीवन को बेहतर बनाना है। क्योंकि उनके साथ होने वाली हिंसा चाहे वो घर पर हो बाहर उनके जीवन और काम पर उसका गहरा असर डालती है। कामकाजी महिलाओं के प्रति सभी को अपनी सोच बदलने की जरूरत है, उनके भरोसे को बढ़ाने और उनके काम को सम्मान देने के लिए समाज को भी आगे बढ़कर उनका साथ देना होगा।
मुख्य अतिथि डीसीपी, एनआईटी, नीतिका गहलोत ने कहा कि महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा पर पुरूषों से भी बात करने की जरूरत है,क्योंकि दोनों एक-दूसरे के पूरक है। बराबरी वाला समाज बनाने के लिए हमें एक-दूसरे के अधिकारों का भी सम्मान करना होगा। हिंसा के खिलाफ चुप मत बैठिये तत्काल आवाज उठाएं। बदलाव के लिए हम सभी को साथ मिलकर काम करने के जरूरत है जिससे एक हिंसा मुक्त समाज बन सके।
इस मौके पर नुक्कड़ नाटक वजूद का प्रस्तुतिकरण किया गया। जिसके माध्यम से महिलाओं के जिदंगी में दोहरे कार्यभार और घरेलू हिंसा, यौनिक हिंसा, मौखिक हिंसा के मुद्दे पर समुदाय के साथ संवाद स्थापित किया गया। नाटक की प्रस्तुति शिल्पी मारवाह के सुखमंच थियेटर के कलाकारों ने दी।
इस अवसर पर निगम पार्षद ममता चौधरी सहित मौसमी, प्रिंयका, निर्मला, शुभिका, फरमान, नरेश, विनीत, वर्षा औऱ अरविंद, कृतिका, शिल्पी, अर्शलान व काफी संख्या में स्थानीय गणमान्य लोग मौजूद रहे।
ब्रेकथ्रू के बारे में
ब्रेकथ्रू एक मानवाधिकार संस्था है जो महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ होने वाली हिंसा और भेदभाव को समाप्त करने के लिए काम करती है।कला, मीडिया, लोकप्रिय संस्कृति और सामुदायिक भागेदारी से हम लोगों को एक ऐसी दुनिया बनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, जिसमें हर कोई सम्मान, समानता और न्याय के साथ रह सके। हम मल्टीमीडिया अभियानों के माध्यम से मानवाधिकार से जुडें मुद्दों को मुख्य धारा में ला रहे हैं। इसे देश भर के समुदाय और व्यक्तियों के लिए प्रासंगिक बना रहे हैं। इसके साथ ही हम युवाओं, सरकारी अधिकारियों और सामुदायिक समूहों को प्रशिक्षण भी देते हैं, जिससे एक नई ब्रेकथ्रू जेनरेशन सामने आए जो अपने आस-पास की दुनिया में बदलाव ला सके।