जींद की छातर टीम ने जीती 71 हजार की कबड्डी
Faridabad News, 17 Nov 2018 : हरियाणा युवा संघ द्वारा एनआईटी के दशहरा मैदान में प्रदेशस्तरीय सातवां सर्कल कबड्डी टूर्नामैंट का आयोजन किया गया। टूर्नामैंट में फरीदाबाद, पलवल, रोहतक, जींद, पानीपत, सोनीपत, कैथल, करनाल सहित प्रदेशभर की 53 टीमों ने हिस्सा लेते हुए अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाया। कबड्डी टूर्नामेंट का शुभारंभ चौ. शमशेर सिंह राणा द्वारा किया गया, जबकि इस मौके पर मुख्यातिथि के रुप में एनआईटी विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ समाजसेवी कुंवर बैजू ठाकुर व विशिष्ट अतिथि के रुप में रामेश्वर मौसरा, पार्षद बीर सिंह नैन, महिला इनेलो जिलाध्यक्ष जगजीत कौर पन्नू उपस्थित थे। मुख्यातिथि बैजू ठाकुर ने टूर्नामैंट में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों से हाथ मिलाकर परिचय लेते हुए उनकी हौंसला अफजाई की। टूर्नामैंट के आयोजक एवं हरियाणा युवा संघ के संस्थापक अनिल दहिया ने सभी आगुंतकों का फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया। टूर्नामैंट में 71 हजार का प्रथम पुरस्कार जींद की छातर टीम ने जीता वहीं जींद की ही झामला टीम ने 51 हजार का द्वितीय पुरस्कार जीता। इसके अलावा 21 हजार का पुरस्कार जींद की नगूरा टीम ने जीता तथा 11 हजार का चौथा पुरस्कार बहरौला पलवल की टीम ने जीता। टूर्नामैंट में बेस्ट राइडर लीलू टोली व बेस्ट कैचिंग काला सार ने जीता, जिन्हें पुरस्कार के रुप में एक-एक मोटरसाइकिल दी गई। टूर्नामैंट में 22 टीमों को बेस्ट टीम के रुप में चुना गया। खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए बैजू ठाकुर ने कहा कि कबड्डी खेल भारतीय संस्कृति से जुड़ा प्राचीन खेल है और आज भी इस खेल को लेकर लोगों में खासा उत्साह रहता है। उन्होंने कहा कि बेशक आज मनोरंजन के अन्य संसाधन आ गए हो, लेकिन लोग आज भी इस खेल का पूरे उत्साह से आनंद लेते है। बैजू ठाकुर ने खिलाडिय़ों से कहा कि वे हार-जीत की परवाह किए बगैर खेल को खेल भावना से खेलें और हर स्पर्धा में बेहतर करने का प्रयास करें क्योंकि इसी प्रयास के द्वारा एक न एक दिन वह अवश्य सफल होंगे। उन्होंने कहा कि खेल वह माध्यम से जिससे समाज में भाईचारा तो बढ़ता है ही साथ ही साथ मनुष्य का मानसिक व शारीरिक विकास होता है। अंत में उन्होंने उपस्थितजनों से नशे जैसे बुराईयों से दूर रहने की नसीहत देते हुए समाज व देशहित में कार्य करने का आह्वान किया। इस मौके पर हरियाणा युवा संघ के प्रधान पवन दहिया, अजय दहिया, जितेंद्र चहल, मयक खासा, वेदपाल दलाल, योगेश सिवाच, वजीर सिंह, बलवान खासिया, ठाकुर डालचंद सिंह, ठाकुर लक्ष्मण सिंह, चौ भूरी नैन, नितिन कालरा सहित अनेकों गणमान्य लोग मौजूद थे।