विश्वविद्यालय प्रशासन की नाकामी छात्रों की जेब पर कैंची

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Faridabad News, 20 Nov 2018 : दाखिले के समय सरकार एवं विश्वविद्यालय प्रशासन के आदेशानुसार छात्र-छात्राओं के दस्तावेजों को भली-भांति जांचा जाता है एवं जिनके दस्तावेज सही पाए जाते हैं उन्हें ही कॉलेज में दाखिला दिया जाता है।
इस सारी प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद ही जब दाखिला मिलता है। तो परीक्षाओं से ठीक पहले महाविद्यालयों में दस्तावेज जमा ना होने के बहाने रु 5000 की मांग क्यों की जा रही है। विश्वविद्यालय की इस मांग को किसी भी तरीके से जायज नहीं ठहराया जा सकता यदि किसी के दस्तावेज जमा नहीं हुए हैं। तो विश्वविद्यालय प्रशासन अब तक कहां सोया हुआ था सारी बातें सही परीक्षाओं के समय ही क्यों याद आती है।
आज इस मुद्दे पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद फरीदाबाद के पंडित जवाहरलाल नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में महाविद्यालय की अध्यक्षा कंचन डागर के नेतृत्व में एक विरोध प्रदर्शन किया गया एवं मांग की गई कि विश्वविद्यालय प्रशासन अपने इस तुगलकी फरमान को तुरंत वापस ले एवं छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ ना करें।
इस मौके पर महाविद्यालय उपाध्यक्ष आकांक्षा डागर, सचिव गौतम शर्मा, सह सचिव ज्योति पाल, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आदित्य सिंह मौर्य, अंकित त्रिपाठी, सुमित पाराशर, विश्वात्मा मिश्रा एवं आदित्य शर्मा सहित अनेक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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