Faridabad News, 06 Feb 2019 : 33वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में हरियाणा का बौय्या व बीजणा इस बार भी यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। मेले में आने वाली छात्राएं इनके बारे में खासतौर पर जानकारी ले रही हैं।
मेले में स्टाल लगाए हुए सोनीपत के गांव अटायल निवासी रेणु ने बताया कि बौय्या हमारे हरियाणा के घरों में आम मिलने वाली वस्तु है। घर की महिलाएं रद्दी कागजों से इसे तैयार कर लेती थी। धीरे-धीरे हम आधुनिकता की तरफ आ गए और आज हमारे से यह दूर हो गया। इसके बावजूद हमने इस कला को संजोया है और यह आगे बढ़े इसके लिए ही हम यहां भावी पीढ़ी को इसकी जानकारी देने के लिए यहां पहुंचे हैं।
इसके साथ ही यहां पहुंची अंजू देवी परंपरागत बीजणा के बारे में यहां आने वाले पर्यटकों को जानकारी दे रही हैं। अंजू ने बताया कि बीजणा के बारे में जानती अधिकतर छात्राएं हैं लेकिन अब यह घरों से दूर हो चुका है। हम यहां उन्हें बीजणा बनाकर दिखाते हैं ताकि भावी पीढ़ी अपनी परंपरा की जानकारी ले सके। वहां मेले में इस स्टाल पर पहुंची वैशाली की ऋतिका, कडक़डड़ूमा की शीतल अपनी इन धरोहरों को देखकर खुश थी। उनका कहना था कि हमने यह चीजे अपने घरों में नहीें देखी हैं और यहां आकर हमें अपनी प्राचीन संस्कृति की झलक मिलती है।