अमेजऩ इंडिया के हरियाणा में पहले कम्युनिटी सेंटर ने लोगों की जिंदगी में बदलाव लाने के तीन साल पूरे होने का जश्न मनाया

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Gurugram News, 08 Feb 2019 : अमेजऩ इंडिया की सीएसआर पहल, अमेजऩ केयर्स ने दिसंबर 2015 में हरियाणा में अपना पहला कम्युनिटी सेंटर लॉन्च किया था। अपने परिचालन क्षेत्रों में लोगों के साथ सकारात्मक जुड़ाव बनाने के लिए अपने निरंतर प्रयासों के अनुरूप, शुरू किये गये इस सेंटर का मकसद मेवात जिले में गांवों को सहयोग मुहैया कराना था। यह कम्युनिटी सेंटर आरईएडी/ रीड (रूरल एजुकेशन एंड डेवलपमेंट) इंडिया के साथ साझेदारी में स्थापित किया गया था और अब इसने शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा, पर्यावरण, आजीविका, कौशल विकास और महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित पहलों के तीन साल पूरे कर लिए हैं। मौजूदा समय में इस क्षेत्र में पांच कम्युनिटी सेंटर हैं और देश भर में इस तरह के 14 सेंटर्स हैं जिनका उद्देश्य स्थायी विकास को हासिल करना है।

अमेजऩ इंडिया में कस्टमर फुलफिलमेंट (केयर) की डायरेक्टर करुणा पांडे ने बताया, पिछले 3 साल से एक विजन को ध्यान में रखते हुए हमने हरियाणा में 40 हजार लोगों के लिए अवसरों का सृजन किया है। इस तरह हमने उन लोगों को अपनी क्षमताओं की पहचान का मौका दिया है। हम अपने संसाधनों के इस्तेमालए इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी में नवीनतम आविष्कार के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे हम विभिन्न समुदायों को सफ लता हासिल करने में सक्षम बना सकते हैं। हमारा विश्वास है कि अपने स्थिर प्रयासों से हम भारत के विकास में मदद कर सकते हैं।

झामुवास मिडिल स्कूल के प्रिंसिपल कृष्ण चंदर ने कहा, सेंटर ने हमारे गांवों में महिलाओं, युवाओं और बच्चों को विभिन्न कौशल सिखाने, उन्हें कंप्यूटर की शिक्षा देने, एजुकेशनल ऐड्स के साथ किताबों को पढऩे और सीखने की सुविधा मुहैया कराने के लिए जगह बनाई है। पिछले 4 साल से हमने स्वास्थ्य रक्षा और साफ- सफाई के बेहतर तरीके अपना कर क्वॉलिटी ऑफ लाइफ में काफी बदलाव देखा है। अमेजऩ इंडिया के अनुभव और स्थानीय समुदाय पर फोकस होने के कारण हम सभी लोगों का बेहतर भविष्य बनाने के लिए स्थिर प्रयास करने के लिए आश्वस्त हैं।
रीड इंडिया की कंट्री मैनेजर गीता मल्होत्रा ने कहा, समुदाय की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए हम ग्रामीणों के पास उनके गांवों में पहुंचे, जिससे वह पढ़ सकें, उनका विकास हो सके और बेहतर अवसरों की उन तक पहुंच हो सके। हमने उन्हें सुरक्षित और भरोसेमंद माहौल देने के लिए समुदाय के बीच से ही ट्रेनर्स का चयन किया। हम ग्रामीणों को बेहतर जिंदगी देने और उनका जीवन स्तर ऊपर उठाने के लिए समुदाय के साथ लगातार भागीदारी करने के लिए प्रयत्नशील है। अमेजऩ के सहयोग से हम उनकी जिंदगी में बदलाव लाने के लिए आश्वस्त हैं।

शिक्षा :
राष्ट्रीय डिजिटल साक्षरता अभियान (एनडीएलएम) के अनुरूप, शिक्षा सहयोग पहल ने डिजिटल साक्षरता के जरिये समुदाय के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित की है. इससे अभी तक 20,000 सदस्यों की जिंदगी सकारात्मक रूप से प्रभावित हुई है. इन सेंटर्स द्वारा महिलाओं एवं युवाओं के लिए कम्प्यूटर कौशल, पठन एवं लेखन वर्कशॉप्स और कॅरियर काउंसलिंग सत्रों पर बुनियादी प्रशिक्षण सेशल भी लिये जाते हैं। इससे उन्हें नौकरी के बेहतर अवसर प्राप्त करने में सफलता मिली है।

अमेजऩ इंडिया ने गांवों में अर्ली चाइल्डहुड डेवलपमेंट सेंटर स्थापित किया है जहां 2.6 साल की उम्र के लगभग 900 बच्चे विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से खेलने के दौरान सीख सकते हैं। सेंटर्स में चार लाइब्रेरी भी है जहां सावधानीपूर्वक चुनी गई हजारों पुस्तकें मौजूद हैं. इनमें स्कूल की किताबों और इन्साइक्लोपीडिया से लेकर उपन्यास और प्रतिस्पर्धी परीक्षा रेफरेंस बुक्स शामिल हैं और इसने अभी तक लगभग 5,500 स्टूडेंट्स को लाभ पहुंचा है।
आजीविका रू आजीविका की पहल समाज में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सहयोग के लिये बनाई गई सरकारी योजनाओं के बारे में समुदाय को जागरूक करने पर केन्द्रित हैण् इस प्रोजेक्ट ने समुदाय के लगभग 1ए000 लाभार्थियों तक पहुंच बनाई।

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