Faridabad News : स्मार्ट सिटी वास्तव में एक भवन की तरह है जिसे धीरे-धीरे भी खड़ा किया जा सकता है। यही नहीं स्मार्ट सिटी के लिये समर्मण और अपना योगदान उतना ही जरूरी है जितना हम अपने संस्थान के लिये करते हैं। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान जे.पी. मल्होत्रा ने यहां उक्त उद्गार व्यक्त करते कहा कि स्वच्छता और प्रभावी वातावरण वास्तव में स्मार्ट सिटी को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं जिन्हें श्री मल्होत्रा भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा विश्व स्टैंडर्ड डे 2017 के अवसर पर स्टैंडर्ड मेक स्मार्ट सिटीज थीम पर आयोजित विशेष कार्यक्रम को मुख्य वक्ता के रूप में कार्यक्रम में मुख्यातिथि वाईएमसीए के वाईस चांसलर प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिये कई महत्वपूर्ण कदम उठाने होंगे।
दिनेश कुमार ने विभिन्न तथ्यों पर विचार व्यक्त करते कहा कि जो कमियां हैं उन्हें पूरा किया जाना चाहिए और सभी को एकजुट होकर स्टैंडर्ड सुधार में जुट जाना चाहिए क्योंकि यही स्मार्ट सिटी के लिये आवश्यक कारक है। भारतीय मानक ब्यूरो के प्रमुख एस.के. वर्मा ने अपने स्वागत संबोधन में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानकों का जिक्र किया जो किसी सिटी को स्मार्ट सिटी बनाता है। श्री मल्होत्रा ने अपनी प्रेजैन्टेशन में बताया कि मानक ब्यूरो ने 19 हजार भारतीय मानकों का प्रकाशन किया है कि जो प्रत्येक मायने में हमारी दिन प्रतिदिन की गतिविधियों से भी जुड़ा हुआ है। आपने कहा कि मानक वास्तव में भागवत गीता हैं जहां से हमे क्या, कहां, कब और क्यों और सभी कुछ की जानकारी मिलती है। श्री मल्होत्रा ने उन अंतर्राष्ट्रीय मानकों का भी जिक्र किया।
दिनेश कुमार ने श्री वर्मा व श्री मल्होत्रा के फोर पिलर सिद्धांत का समर्थन किया जिसमें विकास, पर्यावरण, गवर्नरस, सोशल और इकोनोमी संबंधी कारक स्मार्ट सिटी के लिये आवश्यक करार दिये गये। श्री मल्होत्रा ने राष्ट्रपति भवन का विशेष रूप से उदाहरण दिया जहां राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आईबीएम के सहयोग से तकनीक व स्टैंडर्ड संबंधी उपलब्धि अर्जित की गई। कार्यक्रम में रवि बेरवा और स्वप्न सरकार ने वाल्व और मोटर पर प्रेजैन्टेशन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन जितेंद्र कुमार ने किया जबकि धन्यवाद प्रस्ताव मोहित जानोईया ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में सर्वश्री बलवंत राय, एस के खन्ना, देशदीपक, राकेश सहित बड़ी संख्या में उद्योग व भारत मानक ब्यूरो के सदस्यों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।