Faridabad News, 14 March 2019 : आपको बताते चलें कि निरीक्षक नवीन कुमार, प्रभारी अपराध शाखा डीएलएफ फरीदाबाद से गुडगांवा स्थानांतरण पर जाने के बाद गुड़गांव सेक्टर 31 क्राइम ब्रांच के प्रभारी हैं और वहां पर भी बहुत कम समय में काफी केस सुलझा चुके हैं,,,,को ग्रह मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा “Union Home Minister’s Medal for Excellence Investigation” के अवार्ड से सममानित किया जाएगा।
▪निरीक्षक नवीन कुमार ने बतौर प्रभारी अपराध शाखा बदरपुर बॉर्डर, फरीदाबाद में रहते हुए राणा प्रताप सिंह आहुजा की हत्या व खेङी गाँव जगदीश हत्या कांड के मामलों में बड़ी ही कुशलता, सुझबुझ, लग्न व मेहनत से कार्य करते हुए इन हत्याकांड के आरोपियों का पर्दाफाश किया था व आरोपियों को गिरफ्तार करके बहुत बड़ी सफलता हासिल की थी ।
👁🗨 मुकदमा नम्बर – 190 दिनांक 18.08.14 थाना – एन.आई.टी धारा 365, 302, 201 आई.पी.सी में राणा प्रताप सिंह आहुजा की हत्या के आरोपियों का खुलासा करते हुए निरीक्षक नवीन कुमार द्वारा निम्नलिखित आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था:-
1. अजीत सिह पुत्र शिव चरण निवासी गांव खेडी थाना भूपानी फरीदाबाद।
2. विरेन्द्र पुत्र ताराचंद निवासी गांव महमदपुर थाना छायसा बल्लवगढ।
3. सुरेन्द्र पुत्र ताराचंद निवासी गांव महमदपुर थाना छायसा बल्लवगढ।
▪उक्त आरोपी अजित से पुलिस रिमाण्ड के दौरान खुलासा हुआ कि उसने महमदपुर गाँव के 2 सगे भाइयों को उक्त आरोपी सुरेंदर व आरोपी विरेंद्र के साथ मिलकर राणा आहुजा की हत्या करने की नियत से दिनांक 18.08.14 को योजना अनुसार उसको जमीन दिखाने के बहाने से तीनों ने NIT में स्थित उसके आफिस के पास से विरेन्द्र की Wagon-R कार में बैठा लिया व SRS सैक्टर-12 के पास अजित उक्त की डस्टर कार मे बिठाकर नहर पार BPTP में सुनसान जगह पर ले जाकर रस्सी से गला घोटकर मार दिया तथा उसको डस्टर कार की डिग्गी मे डालकर अन्धेरा होने का इंतजार करते रहे बाद मे तीनों आरोपियों ने Deadbody को खुर्द-बुर्द करने के लिए पनेहड़ा गाँव बल्लभगढ अड्डे पर इकट्ठे होकर योजना अनुसार मोहना पुल पर ले जाकर 20-20 किलो के बाट Deadbody के साथ रस्सी की सहायता से बांधकर जमुना नदी में डाल दिया था ।
▪उक्त हत्याकांड के कारण का खुलाशा करते हुए उक्त आरोपी अजित ने बतलाया की उसका मृतक राणा के साथ 2 करोड़ 33 लाख रुपयों का लेन-देन था जिस कारण अजित ने राणा की हत्या करने के लिए वीरेंद्र व सुरेन्द्र दोनों सगे भाइयो को पैसों का लालच देकर अपने साथ शामिल किया तथा राणा को मारने की योजना बनाई तथा योजना अनुसार बल्लभगढ़ मार्केट से 20-20 किलो के बाट व रस्सी पहले ही खरीदकर अजित व उसके साथियों ने उसकी डस्टर कार की डिग्गी में रखे हुए थे।
👁🗨 इसी प्रकार से निरीक्षक नवीन कुमार ने बतौर प्रभारी अपराध शाखा बदरपुर बॉर्डर, फरीदाबाद रहते हुए जगदीश मर्डर केश के मुकदमा नंबर – 95 थाना भूपानी दिनांक 20.03.17 धारा 302, IPC व 25/54/59 आर्म्स एक्ट में बड़ी ही कुशलता, मेहनत व लगन से निम्न प्रकार से जाँच करते हुए सराहनीय कार्य किया गया:-
▪उक्त अभियोग में भी वारदात को अन्जाम देने वाला उपरोक्त आरोपी अजित को पहले भी कई बार अन्य पुलिस अधिकारियों द्वारा तफतीश में शामिल किया गया था और तफ्तीश के दौरान उपरोक्त आरोपी अजित का लाई टेस्ट भी अन्य पुलिस अधिकारियों द्वारा करवाया गया था लेकिन आरोपी काफी शातिर दिमाग का होने के कारण गिरफ्तार नही किया गया ।
▪निरीक्षक नवीन कुमार ने जगदीश मर्डर केश के मुकदमा 95 थाना भूपानी दिनांक 20.03.17 धारा 302 IPC व 25/54/59 आर्म्स एक्ट की जाँच के आदेश अपने नाम करवाया ।
▪जगदीश मर्डर केश के इस अभियोग में निरीक्षक नवीन द्वारा आरोपी अजित को तफ्तीश में शामिल करके नियमानुसार गिरफ्तार किया व आरोपी को माननीय अदालत से 06 दिन के पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया।
▪पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान आरोपी अजित से पुलिस पूछताछ में निरीक्षक नवीन कुमार ने पाया कि आरोपी अजित व मृतक जगदीश बचपन के दोस्त थें और दोनो प्राॅपर्टी व शेयर मार्केट में रूपये लगाते थें जो अजित ने पैसों के लेन-देन के चक्कर में ही जगदीश की प्लान के अनुसार दिनांक 20.03.17 को मोती महल सैक्टर-16 मार्किट के पास बुलाकर उसके साथ उसकी गाडी में बेैठ लिया तथा उसको कहा कि बाईपास पर कोई पैसे देने के लिए आयेगा। उसके बाद जगदीश को सैक्टर-29 बाईपास रोड पर ले जाकर बाथरूम करने के बहाने से गाड़ी रुकवाकर जगदीश की गोली मारकर गाडी में ही हत्या कर दी तथा उसको गाड़ी की अगली दोनों सिटो के बीच डाल लिया जब थोडी दूर जाकर गाडी के गियर नही लगने के कारण गाडी हिट हो गई तो वह जगदीश की Deadbody कार सहित बाईपास पर छोडकर वापिस बाईक लेने ऑटो से मोती महल सैक्टर-16 चला गया । आरोपी अजीत का यह पूरा कारनामा CCTV कैमरे में भी कैद हो गया था। निरीक्षक नवीन कुमार ने आरोपी अजित से मोटरसाइकिल व मौके से खाली खोल व वारदात में प्रयोग हथियार भी बरामद किया था।
👁🗨 उपरोक्त दोनों हत्याकांड को सुलझाना पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था, किन्तु निरीक्षक नवीन कुमार द्वारा दोनों हत्या के अभियोगों सुलझाकर आरोपियों को गिरफ्तार करके बहुत ही अच्छी तफ्तीश व कार्य कुशलता का परिचय दिया ।
👁🗨 निरीक्षक नवीन कुमार, बतौर प्रभारी अपराध शाखा सैक्टर-31, गुरुग्राम में तैनात है । इनके द्वारा अच्छी कुशलता के साथ जाँच करते हुए विभिन्न मामलों को सुलझाया गया है । अतः गृह मंत्रालय, केन्द्र सरकार, भारत के द्वारा उन्हें उनके अच्छी तफ्तीश, अच्छी कार्यकुशलता, ईमानदारी, मेहनत व लग्न से किए गए कार्यों के लिए “Union Home Minister’s Medal for Excellence Investigation” के अवार्ड से सम्मानित करने के आदेश दिए गए है । सुबे सिहं PRO