हनुमान सेवा दल द्वारा हनुमान जन्मोत्सव पर विशाल शोभा यात्रा निकाली गयी

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Faridabad News, 16 April 2019 : श्री हनुमान सेवा दल 1एफ ब्लाक फरीदाबाद द्वारा हनुमान जन्मोत्सव पर विशाल शोभा यात्रा निकाली गयी। इस शोभा यात्रा का उदघाटन भाजपा व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक श्री राजन मुथरेजा, महापौर सुमन बाला एवं आप नेता धर्मवीर भडाना ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर सरपरस्त गुलशन भाटिया, मोहन लाल कुकरेजा, अमित अरोडा, नंद लाल भाटिया, ओपी भाटिया, निवेदक राकेश मेहन्दीरत्ता प्रधन, हरिन्द्र नौनिहाल उपप्रधान, महासचिव सलवान आहुजा, सचिव संजय भाटिया, कोषाध्यक्ष राकेश भाटिया, मनोज अग्रवाल झांकी इंचार्ज, अमित चिटकारा लेखा जोखा अधिकारी, सुभाष अरोडा लेखा जोखा अधिकारी सहित सदसस्य गण पवन गोदारा, संजय भाटिया, गोरव नोनिहाल, सोनू मेहन्दीरत्ता, श्रीमती बलवंत भाटिया, हरीश लाला, अजय ग्रोवर, सत्यम नौनिहाल, कपिल अरोडा, श्रीमती लाज अरोडा, रतन, सचिन नागपाल, धीरज बब्बर, विश्ेष भाटिया, श्रीमती सरला बबबर, हेमंत लखानी, साहिल नौनिहाल, अशोक खत्री, भव्य नौनिहाल, श्रीमती निर्मला चावला, अर्पित गेरा, हिमांशु कपूर, प्रिंस कपूर, खुशहाल भाटिया, श्रीती कृष्ण भाटिया आदि ने इस शोभा यात्रा में हिस्सा लेकर इसको सफल बनाया।

इस अवसर पर श्री राजन मुथरेजा, सुमन बाला व धर्मवीर भडाना ने संयुक्त रूप से कहा इस बार अमृतयोग में मनाया जाएगा। मारुतिनंदन को चोला चढाने से जहां सकारात्मक ऊर्जा मिलती है वहीं बाधाओं से मुक्ति भी मिलती है। हनुमानजी को भक्ति और शक्ति का बेजोड संगम बताया गया है। पंडितों और ज्योतिषियों के अनुसार चैत्र माह की पूर्णिमा पर भगवान राम की सेवा के उद्देश्य से भगवान शंकर के ग्यारहवें रुद्र ने अंजना के घर हनुमान के रूप में जन्म लिया था।

उन्होने कहा पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए शनि को शांत करना चाहिए। जब हनुमानजी ने शनिदेव का घमंड तोडा था तब सूर्यपुत्र शनिदेव ने हनुमानजी को वचन दिया है कि उनकी भक्ति करने वालों की राशि पर आकर भी वे कभी उन्हें पीडा नहीं देंगे। कन्या, तुला, वृश्चिक और अढैया शनि वाले तथा कर्कए मीन राशि के जातकों को हनुमान जयंती पर विशेष आराधना करनी चाहिए।

उन्होने कहा अष्टचिरंजीवी में शुमार उज्जैन के ज्योतिषी आनंदशंकर व्यास कहते हैं कि हनुमानजी का शुमार अष्टचिरंजीवी में किया जाता है। यानी वे अजर.अमर देवता हैं। उन्होंने मृत्यु को प्राप्त नहीं किया। ऐसे में अमृतयोग में उनकी जयंती पर पूजन करना ज्यादा फलदायक होगा। बजरंगबली की उपासना करने वाला भक्त कभी पराजित नहीं होता। हनुमानजी का जन्म सूर्योदय के समय बताया गया है इसलिए इसी काल में उनकी पूजा.अर्चना और आरती का विधान है।

उन्होने कहा कि शरीर को लाभ आचार्य श्यामनारायण व्यास के अनुसार हनुमानजी की उपासना व चोला चढाने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। जिन लोगों को शनिदेव की पीडा हो उन्हें बजरंग बली को तेल.सिंदूर का चोला अवश्य चढाना चाहिए।

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