Faridabad News, 23 July 2019 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा नये अंडर-ग्रेजुएट विद्यार्थियों के लिए आयोजित इंडक्शन कार्यक्रम आज संपन्न हो गया। समापन समारोह में कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन विद्यार्थी कल्याण प्रकोष्ठ द्वारा विभिन्न विभागों के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. नरेश चौहान ने की। कार्यक्रम का संचालन डिप्टी डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. सोनिया बंसल की देखरेख में किया जा रहा है। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. राज कुमार के अलावा विभिन्न विभागाध्यक्ष भी उपस्थित थे।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कुलपति ने विद्यार्थियों को सकारात्मक सोच अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। नये शैक्षणिक सत्र के लिए विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने वाले सभी विद्यार्थी भाग्यशाली है, जिन्हें विश्वविद्यालय में शिक्षा पाने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि जे.सी. बोस विश्वविद्यालय प्रदेश का एक प्रतिष्ठित एवं अग्रणी विश्वविद्यालय है, जिसने शिक्षा के क्षेत्र में उच्च मानदंड स्थापित किये है। उन्होंने कहा कि उच्चतर शिक्षा विद्यार्थियों के लिए वह मुकाम होती है, जहां से उन्हें अपना भविष्य का रास्ता तय करना होता है। इसलिए, यह विद्यार्थियों पर निर्भर करता है कि वे अपने जीवन को किस दिशा में ले जाना चाहते है।
प्रो. दिनेश कुमार ने विद्यार्थियों को स्मार्ट-फोन का गुलाम न बनकर इसका सही इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी को संयम रखने तथा सकारात्मक सोच अपनाने के लिए प्रतिदिन योग एवं ध्यान का अभ्यास करने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता पर आयोजकों को बधाई भी दी। इस अवसर पर डॉ. सोनिया बंसल ने विद्यार्थी कल्याण प्रकोष्ठ की ओर से धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
इससे पूर्व, सुबह के सत्र में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर डॉ. ज्योति राणा ने विद्यार्थियों को संबोधित किया तथा जीवन में सफलता के लिए लक्ष्य निर्धारित करने तथा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया।
दोपहर के सत्र में वैदिक क्लब के निदेशक रामभद्र दास मुख्य वक्ता रहे और उन्होंने विद्यार्थियों को अध्यात्मिकता ज्ञान दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपना व्यवहार ऐसा रखना चाहिए जैसा कि हम दूसरों से अपेक्षा करते है।
इंडक्शन कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा विद्यार्थियों से कार्यक्रम का फीडबैक भी लिया गया, जिसमें सभी विद्यार्थियों ने कार्यक्रम की सराहना की।