Ambala News : गुरुनानक देव जी प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में गुरुद्वारों में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। इस मौके अंबाला में भी गुरुद्वारों में खूब रौनक देखने को मिली और गुरुद्वारों को खूब सजाया गया। विभिन्न धर्मों के हजारों लोगों ने गुरुपूर्व के मौके मत्था टेका।
गुरुपर्व सिख धर्म का सबसे महत्वपूर्ण और बड़ा पर्व माना जाता है, इस दिन घरों और गुरुद्वारों में रौशनी की जाती है। गुरु नानक जयंती को गुरु पूर्व के नाम से भी जाना जाता है। सिख धर्म में इस दिन को प्रकाश उत्सव कहा जाता है। इस दिन गुरु नानक जी का जन्म हुआ था। गुरु नानक सिख धर्म के पहले गुरु थे।
अंबाला के ऐतिहासिक गुरुद्वारों में से एक मंजी साहिब गुरुद्वारा को भी आज खूब सजाया गया । इस स्थान पर गुरुगोबिंद सिंह जी दिल्ली जाते हुए रुके थे और यहीं उन्होंने टक लगाकर इलाका के लोगों की पानी कमी दूर की थी तभी से यह गुरुद्वारा काफी अहम माना जाता है ।