New Delhi News, 14 Sep 2019 : मस्तिष्क की शक्तियां सूर्य की किरणों के सामान हैं। जब वो केन्द्रित होती हैं तो चमक उठती हैं– स्वामी विवेकानंद जी। मन विचारों का समूह होता है जिसमे सकारात्मक और नकारात्मक प्रकार के विचार आते रहते हैI बच्चों में सकारात्मक विचारोंके संवर्धन हेतु मंथन ने समय समय पर अपने केन्द्रों में बच्चों के लिए प्रेरणादायक सत्रों का आयोजन करता है I इसी श्रृंखला में मंथन ने अपनेदिल्ली स्थित पटेल नगरकेंद्र में एक दिवसीय जीवन कौशल सत्र का आयोजन किया जिसका शीर्षक था “RECHARGEYOURMIND.
इस सत्र का संचालन दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की प्रचारक शिष्या साध्वी अनीशा भारती जी ने किया। उन्होंने कहानी के माध्यम से अच्छे और बुरे विचारों के बीच में अंतर करना सिखाया और मनोरंजक गतिविधियों जैसे TEAMWORKACTIVITY, DOTGAME, सामान्य ज्ञान के कुछ सवाल, आदि के माध्यम से बच्चों को मन के सकरात्मक पक्ष को PPT show के माध्यम से परिचित कराया । बच्चों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उन्हें प्रोत्साहन गिफ्ट भी दिए गये । उन्होंने समझाया कि आज हम सभी जैसे भी हैं अपने विचारों का ही परिणाम है । हम जो सोचते हैं वैसे ही हम बन जाते हैं। इसलिए हमें अपने विचारों को ध्यान के द्वारा नियंत्रित करने का प्रयास करना चाहिए। साध्वी जी ने बच्चों से“ओम भूर्भुवः स्वः” का उच्चारण करते हुए ध्यान भी कराया और इसके हमारे दिमाग पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव के बारे में भी प्रकाश डाला।
अंत में साध्वी जी ने बच्चों को आज-कल होने वाले बच्चों के अपहरण से भी उन्हें अवगत कराया और ऐसी किसी भी वारदात से स्वयं को सावधान करने के कुछ उपाए भी सुझाए। उन्होंने बच्चों को विडियो के माध्यम से समझाया कि किस प्रकार कुछ असामाजिक लोग बच्चों का फ़ायदा उठाकर उनका अपहरण कर लेते हैं। इसलिए हमें हर घडी ऐसे लोगों से स्वयं को सावधान रखना चाहिए।