Faridabad News, 27 Nov 2019 : दुनियाभर के तमाम संविधान को बारीकी से परखने के बाद बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने भारतीय संविधान का मसौदा 2 साल 11 माह 18 दिन में तैयार किया उक्त विचार देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफेसर एमपी सिंह ने शांति विद्या निकेतन स्कूल के विद्यार्थियों और अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहे डॉ एमपी सिंह ने इस अवसर पर समाधान दिवस विषय पर भाषण तथा निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन भी कराया तथा विजेता विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया डॉ एमपी सिंह ने कहा की इस संविधान सभा मैं डॉ राजेंद्र प्रसाद सरदार बल्लभ भाई पटेल मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रमुख सदस्य थे डॉ एमपी सिंह ने बताया कि सत्ता का दुरुपयोग पर रोक लगाने के लिए तथा सरकार की शक्तियों को सीमा में रखने के लिए संविधान का निर्माण किया गया संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने हेतु तथा राजनीतिक न्याय दिलाने हेतु संविधान का निर्माण किया गया संविधान के जनक बाबा भीमराव अंबेडकर ने मूल कर्तव्यों की पालना तथा मूल अधिकारों के प्रति सजगता के प्रति देशवासियों को जागरूक किया प्रोफेसर एमपी सिंह ने बताया कि पहले हम अपने विचारों की अभिव्यक्ति नहीं कर सकते थे लेकिन अब विचारों की अभिव्यक्ति करने की स्वतंत्रता बाबा साहब की देन है हमें अपने देश की एकता और अखंडता की रक्षा करनी चाहिए तथा सार्वजनिक संपदा की सुरक्षा करनी चाहिए भारतीय संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखना चाहिए तथा विश्व शांति और मानव कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए प्रोफेसर सिंह ने अपील की कि अपने बूढ़े मां-बाप को घर से ना निकाले तथा साफ-सफाई का ध्यान रखें प्रदूषण मुक्त भारत बनाएं सही करिकुलम को पढ़ें और प्रेरक महान आत्माओं तथा महापुरुषों के पद चिन्हों पर चलने की कोशिश करें तभी हमारा देश सोने की चिड़िया बन सकता है और धर्म गुरु के नाम से फिर से प्रसिद्ध हो सकता है डॉ एमपी सिंह ने अपील की कि इस दिन की महत्वता को सभी अपने आस-पड़ोस में लोगों को बताएं और जागरूक करें ताकि संविधान के बारे में सभी को पता चल सके और संगठित रहकर अपना काम करेंगे हमारा संविधान हमें सभ्य सुशील और सुयोग्य बनाता है इस कार्यक्रम में विद्यालय के अध्यापक सुधीर अरविंद तथा नीरू की विशेष भूमिका