Faridabad News : विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर मेट्रो अस्पताल में जागरुकता के उद्देश्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मधुमेह से जुड़ी जानकारियां लोगों को बताई गई। इस दौरान ओपीडी परामर्श पर 50 प्रतिशत छूट दी गई एवं इससे जुड़ी सभी जांचों पर 25 प्रतिशत छूट एक माह (14 नवंबर से 13 दिसंबर, 2017) के लिए रखी गई है एक विशेष जांच पैकेज भी लोगों को दिया गया। कार्यक्रम में 200 से अधिक लोगों ने भाग लेकर स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां प्राप्त की। इस मौके पर मेट्रो अस्पताल के डायबिटिज विशेषज्ञ एवं एन्डोक्रोनोलोजिस्ट डा. अरुण सिंह ने लोगों को बताया कि मधुमेह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें रक्त में गलूकोज की मात्रा अधिक हो जाती है, क्योंकि शरीर में गलूकोज का ठीक से उपयोग नहीं हो पाता।
यह इसलिए होता है क्योंकि पेनक्रियॉज नामक ग्रंथी इंसुलिन का सही मात्रा में उत्पादन नहीं करती है या इंसुलिन, जिसका उत्पादन किया जाता है, ठीक से काम नहीं करता। डा. अरुण सिंह ने बताया कि मधुमेह अनियंत्रित होने पर हृदय, आंखों, गुर्दे आदि पर प्रभाव पड़ता है, जिससे दिल का दौरा, स्ट्रोक या लकवा, आंखों की रोशनी जाने का खतरा, गुर्दे की विफलता आदि का कारण बन सकता है, जिससे डायलिसिस की आवश्यकता पड़ सकती है। इस मौके पर मेट्रो अस्पताल के डायरेक्टर डा. एस.एस. बंसल ने जानकारी देते हुए बताया कि मधुमेह रोगियों में आमतौर पर लक्षण नहीं होते है। 30 साल की उम्र के बाद सभी लोगों को अपने ब्लड शुगर की जांच करानी चाहिए, यहां तक कि लक्षण के अभाव में भी, अगर आपका ब्लड शुगर सामान्य है, तब भी हर साल जांच कराएं। हालांकि मधुमेह का जड़ से इलाज नहीं किया जा सकता है, लेकिन सफलतापूर्वक इसकी रोकथाम की जा सकती है।
इसके बुरे प्रभावों से बचने के लिए महत्वपूर्ण है कि आपका ब्लड शुगर, रक्त का दबाव और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित स्तर पर रहे। रोजाना व्यायाम करे, संतुलित आहार ले, अपने वजन का प्रबधंन करे, एक स्वस्थ जीवन शैली का पालन करें, निर्धारित दवाई और नियमित रुप से निगरानी महत्वपूर्ण है। यह सब करके आप स्वस्थ जीवन का आनंद प्राप्त कर सकते है।