Faridabad News, 11 Feb 2020 : उपायुक्त यशपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए जा रहे हैं। इसके तहत किसान रियायती दरों पर ऋण ले सकते हैं।
उपायुक्त ने मंगलवार को लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि केसीसी बनवाने के लिए एक पृष्ठ का सरलीकृत आवेदन फाॅर्म तैयार किया गया है। भरे हुए आवेदन फार्म के साथ किसान को केवल भू-अभिलेख दस्तावेज की प्रतिलिपि व बोई गई फसल का विवरण के साथ उस बैंक शाखा से संपर्क करना है, जहां पर वह पीएम-किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहा है। उन्होंने कहा कि केसीसी किसानों के लिए काफी फायदेमंद रहेगा तथा जरूरत पड़ने पर किसान इसके तहत आसानी से ऋण प्राप्त कर सकते हैं। पशुपालन और मत्स्य पालन गतिविधि से जुडे़ किसान भी केसीसी बनवा सकतेे हैं। जो किसान केसीसी धारक हैं और पशुपालन व मत्स्य पालन गतिविधियां भी करते हैं, वे अतिरिक्त सीमा की स्वीकृति के लिए शाखा से संपर्क कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि तीन लाख रुपए तक के केसीसी लोन के लिए प्रोसेसिंग, डाॅक्यूमेंटेशन, इंस्पेशन, लेजर फोलियो चार्ज सहित अन्य सभी तरह के सर्विस चार्ज माफ किए गए हैं। सभी बैकांे को निर्देश दिये गए हैं कि वे किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए विशेष शिविरांे का आयोजन करंे और केसीसी आवेदन पत्रांे को स्वीकार करने के लिए एक अलग खिडकी खोंले। इसी प्रकार केसीसी लिमिट को कम से कम अवधि में स्वीकृत करंे। कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, पंचायत विभाग व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी अधिकारी व कर्मचारी पीएम-किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों के बीच जागरुकता लाएं केसीसी बनवाने के लिए बैक शाखा से संपर्क करने के लिए करें। इस योजना के लाभार्थियों को एसएमएस भी भेजे जा रहे हैं ताकि वह केसीसी योजना का लाभ प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि केसीसी बनवाने के लिए सरल फार्म डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.एग्रीकाॅप.जीओवी.इन व डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.पीएमकिसान.जीओवी.इन पर उपलब्ध है। इस अवसर पर नाबार्ड के डीडीएम विनय त्रिपाठी, अग्रणी बैंक प्रबंधक अल्भ्य मिश्रा सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।