Faridabad News : फरीदाबाद के सिविल अस्पताल बादशाह खान बिलख-बिलख कर रो रही ये ये दोनों सास-बहु हैं, जो अपनी बच्ची की मौत पर विलाप कर रही है। दरअसल मूलरूप से दिल्ली की रहने वाली रोशनी बल्लबगढ़ के कुम्हार वाड़ा में अपने रिश्तेदार के यहां आई हुई थी, जिसे बुखार हुआ तो बल्लबगढ़ सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया। मृतक बच्ची के मामा की सुभाष की मानें तो बल्लबगढ़ अस्पताल में जांच में मालूम चला कि बच्ची को डेंगू है तो वे लोग बीके अस्पताल में ले आए। 16 नवंबर को वे बच्ची को लाए थे, लेकिन अस्पताल में बच्ची को सही इलाज नहीं मिला।
तब तक बच्ची की हालत में सुधार आ रहा था। कल दोपहर बाद उसकी तबियत बिगड़ने लगी और उसे उल्टियां होने लगी। लेकिन डॉक्टरों ने तबियत बिगड़ने पर उसक इलाज नहीं किया तथा इलाज के लिए केहने पर उन्हें वहां से भागा दिया। रात को उसकी बहन का फ़ोन आया कि रोशनी को डॉक्टर यहाँ से रेफर कर रहे हैं। आज सुबह मालूम चला कि बच्ची की मोत हो गई है। परिजनों का कहना है कि बच्ची की मोत इलाज में लापरवाही के कारण हुई है। इस मामले में डॉ वीरेंदर यादव की मानें तो उन्हें ये जांच सौंपी गई है और वो सात दिन में अपनी रिपोर्ट दे देंगे| उनकी मानें तो पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में भी उन्हें पूरी मदद मिलेगी।