सीबीसीएस से विद्यार्थियों को मिलती है अपनी पसंद अनुसार पढ़ने की आजादी

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Faridabad News, 11 March 2020 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (एनआईटीटीटीआर), चंडीगढ़ के सहयोग से ‘विकल्प आधारित क्रेडिट प्रणाली’ पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला का उद्देश्य नये शिक्षकों को विकल्प आधारित क्रेडिट प्रणाली से परिचित करवाना तथा उन्हें विद्यार्थी केंद्रित पाठ्यक्रम डिजाइन करने में सक्षम बनाना है ताकि विद्यार्थियों को अपने रुचि के अनुरूप विषयों का चयन करने तथा अध्ययन करने का विकल्प मिल सके।
कार्यशाला का उद्घाटन कुलसचिव डाॅ. सुनील कुमार गर्ग द्वारा किया गया। कार्यशाला का संचालन एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़ के पाठ्यचर्या विकास विभाग से प्रो. प्रमोद कुमार सिंगला द्वारा किया जा रहा है। उद्घाटन सत्र में प्रो. मुनीष वशिष्ठ के अलावा कई अन्य वरिष्ठ संकाय सदस्य भी उपस्थित थे। प्रो. सिंगला ने प्रतिभागियों को सीबीसीएस के उद्देश्यों और विस्तृत संरचना पर जानकारी दी। कार्यशाला का समन्वय इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर ललित राय और प्रशांत कुमार द्वारा किया जा रहा है।

इस अवसर पर बोलते हुए, कुलसचिव डाॅ. एस.के. गर्ग ने उच्च शिक्षा में परिणाम आधारित शिक्षा प्रणाली के महत्व पर जोर दिया और संकाय सदस्यों से पाठ्यक्रम को एक तरह से डिजाइन करने का आग्रह किया ताकि यह विद्यार्थियों का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि विकल्प आधारित क्रेडिट प्रणाली में विद्यार्थियों को अपनी पसंद अनुसार विषय पढ़ने की आजादी मिलती है और बहुविषयक दृष्टिकोण का विकास होता है।

उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा वर्ष 2017 में सीबीसीएस की शुरुआत की थी। इसके बाद से ही जे.सी. विश्वविद्यालय द्वारा अंडर ग्रेजुएट तथा पोस्ट ग्रेजुएट स्तर पर सभी इंजीनियरिंग कार्यक्रमों के लिए सीबीसीएस को लागू किया गया है।

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