Faridabad News, 30 April 2020 : सूरजकुंड रोड़ स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में भगवान श्री लक्ष्मी नारायण के अभिषेक के साथ तेरहवां ब्रह्मोत्सव सपन्न हो गया। इस पांच दिवसीय ब्रह्मोत्सव को रामानुज सम्प्रदाय में बड़ी मान्यता दी जाती है।
सम्प्रदाय में जगद्गुरु स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने भगवान का सविधि पूजन अर्चन के साथ अभिषेक किया। उन्होंने बताया कि आज के वातावरण में इस अभिषेक का महत्व और बढ़ जाता है। जैसे आज सेनिटीजेसन के सहारे कोरोना पर विजय पाने का प्रयास किया जा रहा है, वैसे ही हम हर वर्ष भगवान का ब्रह्मोत्सव करते हैं। यह एक प्रकार का भगवान की नजर उतारने जैसा प्रयास कहा जा सकता है। हम साधारण व्यक्तियों को अच्छी बुरी नजर लगती है तो बीमार हो जाते हैं। फिर वो नजर उतारी जाती है। इसी प्रकार भगवान के स्वरूप को भी हर प्रकार की शक्तियां देखती हैं। जिसके नकारात्मक पहलुओं को दूर करने और भगवान के समक्ष अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगने का यह प्रयास होता है।
आश्रम में यह आयोजन पिछले 13 वर्षों से जारी है लेकिन इस वर्ष कोरोना को देखते हुए इसमें भक्तों को शामिल होने की इजाजत नहीं दी गई है। इसलिए सीमित संख्या में याचकों ने ही सिनिटीजेसन और डिस्टेंसिंग को मानते हुए पूजन विधि सम्पन्न करवाई।
इस अवसर पर श्रीमद जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने सभी को आशीर्वाद एवं प्रसाद प्रदान किया। उन्होंने कहा कि इन पांच दिनों के दौरान भगवान से जीवमात्र के कल्याण की प्रार्थना की गई है।