Faridabad News, 08 Aug 2020 : एनएसयूआई के जिला उपाध्यक्ष विकास फागना के नेतृत्व में एन एच 5 स्थित गाँधी पार्क में छात्रों ने गाँधी जी की प्रतिमा के आगे किया सत्याग्रह। इस अवसर पर छात्र संघठन ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर विकास फागना ने कहाकि देश में बढ़ती कोरोना संक्रमण के बीच केंद्र सरकार द्वारा छात्रों को परीक्षा देने के लिए विवश करके उनके जीवन को खतरे में डालने व छह माह की फीस माफ करने और नई शिक्षा नीति में निजीकरण को बढ़ावा देने के खिलाफ एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने आज छात्र सत्याग्रह किया। उन्होंने कहाकि कोविड-19 में छात्रों को बिना परीक्षा के पास किया जाए तांकि किसी भी छात्र को कोरोना ना हो। उन्होंने कहाकि जब देश को चलाने वाले ग्रहमंत्री अमित शाह जैसे नेता को कोरोना हो सकता है तो परीक्षा लेकर छात्रों के स्वास्थ्य साथ खिलवाड़ क्यों। उन्होंने कहाकि कोविड-19 के चलते परीक्षा लेने से अगर खतरा बढ़ जाये तो क्या इसकी जिम्मेदारी सरकार लेगी। उन्होंने कहाकि जब स्कूल ही बंद है तो अभिभावकों को स्कूल द्वारा पडताडित क्यों किया जा रहा है। कोरोना का सबसे गहरा प्रभाव माध्यम वर्गीय परिवारों, दैनिक मजदूरों पर पड़ा है। इस स्थिति में वे अपने बच्चों की फीस देने में असमर्थ हैं ऐसे में छात्रों की 6 माह की फीस माफ होनी चाहिए।
विकास फागना ने कहाकि भाजपा सरकार छात्रों के जीवन के साथ सब कुछ जानते हुए उनके जीवन को खतरे में डालने का काम कर रही है। जिसकों छात्र किसी भी सूरत में सहन नहीं करेंगे। एनएसयूआई छात्र हितों को देखते हुए उनकी आवाज को बुलंद करते हुए सडक़ से लेकर न्यायालय तक जाने का काम करेगी। सरकार से अपील है कि वो देश के भविष्य के तरफ ध्यान दे। परीक्षा पर रोक लगाए, छात्राओ को प्रोमोट करे और अभिभावकों की दुख तकलीफ को समझे।
इस अवसर पर छात्र नेता लोकेश चौधरी व सन्नी बादल ने कहाकि कोविड-19 के चलते हमारे कॉलेज होली के बाद से बंद हो गए थे।सलेबस पूरा नहीं हो पाने की वजह से पढ़ाई नहीं हो पाई। ऐसे में परीक्षा देकर अगर हम फेल हो गए तो हमारा कैरियर खराब हो जाएगा।
इस मौके पर अवधेश गुप्ता, अतुल सिंह, श्याम शर्मा, कार्तिक, लेखराज, शुभम, लक्की, निशांत चौधरी, विशाल, अरुण यादव, मोहित माहोर, शिवम्, विवेक आदि छात्र मौजूद थे।