एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफर आगामी 22 सितंबर को खुलेगा

0
1085
Spread the love
Spread the love

New Delhi, 18 Sep 2020 : एनएसई पर 30 जून, 2020 तक एक्टिव क्लाइंट्स के मामले में भारत में सबसे बड़े रिटेल ब्रोकिंग हाउसों में से एक (स्रोत: क्रिसिल रिपोर्ट) एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड (“कंपनी”) का 10 रुपए अंकित मूल्य वाले इक्विटी शेयर का इनिशियल पब्लिक ऑफर (“इक्विटी शेयर” और इस तरह का इनिशियल पब्लिक ऑफर “ऑफर”) 22 सितंबर 2020 को जनता के लिए पेश होगा। यह ऑफर 24 सितंबर 2020 को बंद होगा। ऑफर के लिए प्राइज बैंड 305 रुपए से 306 रुपए प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है।

कंपनी के 6,000.00 मिलियन रुपए के कुल इनिशियल पब्लिक ऑफर में कंपनी के इक्विटी शेयरों में 3,000.00 मिलियन रुपए के फ्रेश इश्यू (“फ्रेश इश्यू”) और 3,000.00 मिलियन रुपए के ऑफर फॉर सेल (“ऑफर फॉर सेल”) शामिल होगा। ऑफर ऑफ सेल में अशोक डी. ठक्कर द्वारा 183.35 मिलियन रुपए और सुनीता ए. मंगानी (दोनों मिलाकर “प्रमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर”) और 1,200.02 मिलियन रुपए के आईएफसी (“इन्वेस्टर सेलिंग शेयरहोल्डर”) और 1,571.63 मिलियन रुपए के इंडिविजुअल सेलिंग शेयरहोल्डर (प्रमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर और इन्वेस्टर सेलिंग शेयरहोल्डर मिलाकर “सेलिंग शेयरहोल्डर्स”) (फ्रेश इश्यू के साथ ऑफर फॉर सेल कुल मिलाकर “ऑफर”) शामिल है।

न्यूनतम 49 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगाई जा सकती है और उसके बाद 49-49 इक्विटी शेयरों के मल्टिपल्स में बोली लगाई जा सकती है।

इस ऑफ़र में ऑफर किए गए इक्विटी शेयरों को बीएसई लिमिटेड और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (“एनएसई”) पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है। ऑफ़र के उद्देश्य के लिए एनएसई डेजिग्नेटेड स्टॉक एक्सचेंज है।

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड, एडलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड ऑफरके लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर्स (“बीआरएलएम”) हैं।

प्रतिभूति संविदा (विनियमन) नियम, 1957 के नियम 19(2)(बी)(ii) संशोधित (“एससीआरआर”) के अनुसार ऑफर में जारी इक्विटी शेयर कंपनी की पोस्ट-ऑफर इक्विटी शेयर कैपिटल (ऑफर मूल्य पर कैल्कुलेट की गई) का कम से कम इतना प्रतिशत होगा कि जो कम से कम 4,000 मिलियन रुपए का होगा। यह ऑफर बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के माध्यम से भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (पूंजी और प्रकटीकरण आवश्यकताओं के मुद्दे) विनियम, 2009 के विनियमन 26 (1) के अनुसार पेश किया जा रहा है जिसमें क्वालिफाइड इंस्टि्टयूशनल बायर्स (“क्यूआईबी”) को प्रपोर्शनेट बेसिस पर 50.00% से अधिक ऑफर आवंटित नहीं किया जाएगा। शर्त यह है कि कंपनी बीआरएलएम के साथ सलाह-मशविरा कर क्यूआईबी पोर्शन का 60.00% तक अपने विवेक पर एंकर इन्वेस्टर्स को आवंटित कर सकती है। इसमें भी एँकर इन्वेस्टर अलोकेशन प्राइज पर या उससे ऊपर एक तिहाई डोमेस्टिक म्युचुअल फंड्स से वैध बोली हासिल की गई हो। इसके अलावा, नेट क्यूआईबी पोर्ट का 5.00% केवल म्यूचुअल फंड के लिए आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, और क्यूआईबी शेष के शेष सभी क्यूआईबी बोलीदाताओं (लंगर निवेशकों के लिए अन्य) के लिए आनुपातिक आधार पर म्यूचुअल फंड्स को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, इसके अलावा क्यूआईबी पोर्शन में जो बच जाएगा वह क्यूआईबी बिडर्स (एँकर इन्वेस्टर्स के अलावा) को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। इसमें म्युचुअल फंड्स शामिल होंगे लेकिन यह तभी होगा जब ऑफर प्राइज पर या उसके ऊपर वैध बोली प्राप्त होती है। भारतीय प्रतिभूमि और विनिमय बोर्ड (पूंजी को जारी करने और प्रकटीकरण आवश्यकताएं) विनियम 2018 के तहत, जो संशोधित भी हुआ है, यदि बोली ऑफर प्राइज पर या उसके ऊपर प्राप्त होती है तो ऑफर का कम से कम 15.00% हिस्सा आनुपातिक आधार पर नॉन-इंस्टिट्यूशनल बिडर्स के लिए उपलब्ध होगा और ऑफर का 35.00% हिस्सा रिटेल इंडिविजुअल बायर्स को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। एँकर इन्वेस्टर्स के अलावा अन्य सभी बोलीदाताओं को अनिवार्य रूप से ऐप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड अमाउंट (“एएसबीए”) प्रक्रिया का उपयोग करना होगा, जो उनके संबंधित बैंक खाते (यूपीआई का इस्तेमाल करते हुए आरआईबी के लिए यूपीआई आईडी सहित) का विवरण प्रदान करता है, जो सेल्फ सर्टिफाइड सिंडिकेट बैंक (“एससीएसबी”) द्वारा ब्लॉक किया जाएगा या ऑफर में भाग लेने के लिए या यूपीआई तंत्र के तहत, जैसा भी हो, हो सकता है। एँकर इन्वेस्टर्स को एएसबीए प्रोसेस के जरिए एंकर इन्वेस्टर पोर्शन में भाग लेने की अनुमति नहीं है।

नोट: इसमें इस्तेमाल किए गए और अपरिभाषित रहे कैपिटलाइज्ड टर्म्स का मतलब 15 सितंबर 2020 को जारी रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस में दी गई परिभाषा के अनुसार होगा, जिसे 17 सितंबर 2020 (“आरएचपी”) को जारी सुधार पत्रक (कॉरिजेंडम) और प्रिलिमिनरी ऑफरिंग मेमोरंडम के साथ पढ़ा जाएगा।

अस्वीकरण: एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड, वैधानिक और विनियामक आवश्यकताओं को लागू करने, अपेक्षित अनुमोदन की प्राप्ति, बाजार की स्थिति और अन्य विचार के अधीन, अपने इक्विटी शेयरों का इनिशियल पब्लिक ऑफर के लिए प्रस्ताव कर रहा है और सेबी और रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज, मुंबई, महाराष्ट्र में आरएचपी दायर किया है। रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस, सेबी की वेबसाइट www.sebi.gov.in, बीएसई और एनएसई की वेबसाइट www.bseindia.com और www.nseindia.com पर उपलब्ध है, और बुक रनिंग मैनेजर्स की वेबसाइट्स आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड, एडेलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड क्रमशः www.icicisecurities.com, www.edelweissfin.com और www.sbicaps.com पर भी उपलब्ध हैं।

इक्विटी शेयर अमेरिकी सिक्योरिटीज एक्ट 1933 (“यूएस सिक्योरिटीज एक्ट”) यथा संशोधित, या संयुक्त राज्य अमेरिका में किसी भी राज्य प्रतिभूति कानून के तहत पंजीकृत नहीं किए गए हैं, और जब तक पंजीकृत नहीं होगा, तब तक इसकी ऑफर या बिक्री नहीं की जा सकती है। अपवाद यह है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में इसके लिए छूट मिलती है या यह लेनदेन अमेरिकी प्रतिभूति अधिनियम और अमेरिकी राज्य प्रतिभूति कानूनों के तहत पंजीकरण आवश्यकताओं को लागू नहीं करता है। तदनुसार, इक्विटी शेयरों को संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर विनियमन लेनदेन पर अमेरिकी सिक्योरिटीज अधिनियम और क्षेत्राधिकार के लागू कानूनों के तहत ऑफर और बेचा जा रहा है जहां इस तरह के प्रस्ताव और बिक्री की जा सकती है। संयुक्त राज्य में कोई पब्लिक ऑफरिंग नहीं होगी।

 

 

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here