Faridabad News, 09 Oct 2020 : एसडीएम अपराजिता ने कहा कि महावारी महिलाओं के शरीर की नार्मल प्रोसेसिंग होती है। इस दौरान महिलाओं को घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि स्वच्छता और नार्मल खान पान का ध्यान रखना चाहिए।
एसडीएम अपराजिता ने आज शुक्रवार को गांव सीही के आदर्श आँगनबाड़ी केन्द्र में बालिका दिवस पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित माहवारी स्वच्छता कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि बालिकाओं को महावारी के दौरान कोई भी शारीरिक परेशानी होती है तो वे अपनी माँ, बहन, भाभी, स्कूल अध्यापिका और आँगनबाड़ी वर्करों तथा स्वस्थ केन्द्र में जाकर महिला चिकित्सक के साथ बेहिचक बातचीत कर सकती है। इसके लिए घबराने की जरूरत नहीं है। यह महिलाओं के लिए प्रकृति की देन है, इस दौरान कोई शर्म नहीं करनी चाहिए, बल्कि बेहिचक होकर इस बारे सुझाव सांझा करने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस दौरान शरीर की स्वच्छता का पूरा ध्यान रखते हुए जंक फूड आदि खाने से परहेज करना चाहिए। इस दौरान बालिकाओं को महावारी के लिए प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में डब्लूसीडीपीओ अनिता शर्मा ने कार्यक्रम में आए हुए मेहमानों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने एनीमिया के बचाव के लिए विस्तृत जानकारी देकर जागरूकत किया। डब्लूसीडीपीओ शकुन्तला रखेजा, डॉ. अनिता, स्वयंसेविका सुशीला यादव ने बालिकाओं को महावारी के दौरान स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता तथा खान पान सम्बन्धि तथा अन्य दैनिक जीवन में उपयोगी जानकारी विस्तार पूर्वक दी।
कार्यक्रम का आयोजन विरोहन इंस्टीट्यूट के सहयोग से महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित किया गया। बालिकाओं को कोविड-19 के संक्रमण के बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार सोशल डिस्टेसं रखने तथा मुंह पर मास्क लगाने और हाथों को साबुन से धोने व सैनीटाईजर करने के लिए स्वयं जागरूक होने और अपने परिजनों तथा सहपाठीयों को प्रेरित करने को कहा गया। बालिकाओं को सेनेटरी कीट तथा मास्क भी दिए गए।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर शीला, पूनम, सुनीता रावत, शुष्मारानी, इन्दु खुराना, आशीष, विक्रातं सोनी, विक्रान्त चन्देला सहित महिला एवं बाल विकास विभाग की आँगनबाड़ी वर्करों तथा हैल्परो ने भाग लिया।