New Delhi, 12 Oct 2020 : कोरोनावायरस की दूसरी लहर की चिंता ने स्पॉट गोल्ड की कीमतों का समर्थन किया, जिससे निवेशक सुरक्षित माने जाने वाली धातु की ओर आकर्षित हुए। दूसरी ओर, तेज़ी से फैलते वायरस की वजह से क्रूड ऑयल और बेस मेटल की कीमतों को भी नुकसान झेलना पड़ा। इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर की बढ़ती कीमतों से सोने और औद्योगिक धातु की कीमतें घट सकती हैं। एंजेल ब्रोकिंग
सोना
सोना यू.एस. से आगे की प्रोत्साहन मदद से बढ़ी उम्मीदों के बीच 1.6% तक बढ़ गया। दुनिया भर में कोविड-19 के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि की वजह से भी कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने और प्रोत्साहन मदद करने की पर वार्ता को रोक दिया। उन्होंने कांग्रेस से अमेरिकी यात्री एयरलाइनों के नए पेरोल सहायता में $25 बिलियन का निवेश करने के लिए कहा। यह पेरोल सहायता हजारों श्रमिकों की नौकरी बनाए रखने में मदद करने के लिए मांगी गई थी।
कोरोनोवायरस के बाकी राहत कोषों से जुड़ी उम्मीदों से भी सोने को समर्थन मिला – मुद्रास्फीति और मुद्रा को गिरने से बचाना।
सितंबर, 2020 में चीन की औद्योगिक गतिविधियों में जोरदार बढ़ोत्तरी हुई। इससे विदेशी मांग में वृद्धि देखने को मिली, जिससे निवेशकों की जोखिम लेने की सीमा बढ़ी और सोने के मुनाफे को ठोकर लगी।
हालांकि, डॉलर की बढ़ती कीमतें सोने की कीमतों को झुका सकती है।
क्रूड ऑइल
पिछले सप्ताह डब्ल्यूटीआई क्रूड में कम आपूर्ति पर चिंताओं के बावजूद 8.9% से अधिक की वृद्धि हुई। इसके अलावा, यू.एस. द्वारा प्रोत्साहन मदद को बढ़ाने की उम्मीद से भी तेल की कीमतों को समर्थन मिला।
यूनियन और नॉर्वेजियन ऑयल और गैस एसोसिएशन के बीच विफल वार्ता से शुरू हुई हड़ताल की वजह से छह नॉर्वेजियन अपतटीय तेल और गैस क्षेत्र बंद हो गए। तेल और गैस क्षेत्रों के बंद होने से क्रूड आॅयल की कीमत को समर्थन मिला।
तूफान डेल्टा बहुत तेज़ी से अमेरिकी खाड़ी तट पर पहुंचा, जिसकी वजह से ऊर्जा कंपनियों ने किसी भी नुकसान से बचने के लिए कुल यू.एस. क्रूड आउटपुट का लगभग 17% बंद कर दिया, जिससे तेल की कीमतों का समर्थन मिला। हालांकि, यू.एस. में तूफान की चिंताओं के बीच तेल उत्पादन में रिकवरी से तेल की कीमतों में कमी आ सकती है। 2 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में अमेरिकी इन्वेंट्री का स्तर मामूली रूप से 501,000 बैरल बढ़ गया।
कोविड-19 मामलों के फिर से बढ़ने और अर्थव्यवस्थाओं के महत्वपूर्ण लॉकडाउन से भी क्रूड आउटलुक दुर्बल हुआ है।
बेस मेटल
चीन में मांग बढ़ने के बीच पिछले सप्ताह एलएमई पर बेस मेटल्स ग्रीन में समाप्त हुए। यू.एस. द्वारा अतिरिक्त प्रोत्साहन सहायता की उम्मीदों से भी औद्योगिक धातु और मजबूत हुईं।
औद्योगिक धातु की कीमतों को सितंबर 2020 में चीन की औद्योगिक गतिविधियों में तेजी से वृद्धि होने से समर्थन मिला। चीन की बढ़ती औद्योगिक गतिविधियों का असर विदेशी मांग में बढ़ोत्तरी और प्रोत्साहन-आधारित बुनियादी ढांचे की वृद्धि में दिखाई दिया।
हालांकि, दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में कोरोनावायरस की दूसरी लहर की बढ़ती चिंताओं और चीन में सप्ताह भर की छुट्टियों की वजह से धातु की कीमतों पर असर पड़ा।
तांबा
और भी मजबूत यू.एस. डॉलर के बीच तांबे ने बीता हफ़्ता 3.2% ऊपर पूरा किया। 2.8 मिलियन टन की संयुक्त क्षमता वाली चिली की खदानों में आगामी श्रमिक मोलभावों से भी इस लाल धातु की कीमतों को मजबूती मिली।