Faridabad News, 14 Jan 2021 : निजी अस्पताल में लापरवाही से इलाज के चलते बुजुर्ग महिला की मौत मामले को रफा-दफा करने की एवज में शिकायतकर्ता को पांच लाख रुपये की रिश्वत दे रहे दो डाक्टरों को विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार किया है। इनमें एक सिविल अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. नवदीप सिंघल और दूसरे एनआइटी-3 में प्राची नामक निजी अस्पताल चलाने वाले डा. सुरेश हैं। दोनों के खिलाफ सेक्टर-17 विजिलेंस थाने में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
विजिलेंस के अनुसार एसजीएम नगर निवासी नवीन की मां कुछ महीने पहले बीमार हो गई थीं। उन्हें एनआइटी-3 में प्राची अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। नवीन ने प्राची अस्पताल के डाक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। मामले की जांच के लिए सीएम विंडो पर शिकायत दी। सीएम विंडो से निर्देश मिलने के बाद जिला सिविल सर्जन फरीदाबाद ने जांच के लिए वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. नवदीप के नेतृत्व में डाक्टरों की एक कमेटी बना दी। यह कमेटी मामले की जांच कर रही थी।
पीडि़त नवीन का आरोप है कि डा. नवदीप और डा. सुरेश मिलकर उनके ऊपर शिकायत वापस लेने का दबाव डाल रहे थे। उन्होंने शिकायत वापस लेने पर पांच लाख रुपये देने की पेशकश भी की। दबाव बढ़ता देखकर नवीन ने विजिलेंस को शिकायत दे दी। बृहस्पतिवार को विजिलेंस ने टीम तैयार कर दी। डा. नवदीप और सुरेश ने नवीन को रुपये लेने के लिए बादशाह खान अस्पताल बुलाया। इस दौरान विजिलेंस की टीम भी वहां जाकर छिप गई। जैसे ही डा.नवदीप और सुरेश ने शिकायतकर्ता नवीन को रुपये दिए, विजिलेंस की टीम ने उन्हें पकड़ लिया। दोनों को गिरफ्तार कर सेक्टर-17 विजिलेंस कार्यालय ले जाकर कार्रवाई शुरू कर दी है।