डीएवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में “मेंडेली सॉफ्टवेयर” पर राष्ट्रीय ई-कार्यशाला का आयोजन

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Faridabad News, 29 May 2021 : संदर्भ बनाना और शोध पत्रों या थीसिस में प्रकाशित कार्य का उद्धरण सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है। संदर्भ बनाने की एक विशिष्ट शैली को प्रकाशकों और शोधकर्ताओं द्वारा आवश्यक किया जा रहा है । इसे ध्यान में रखते हुए डीएवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट फरीदाबाद के फैकल्टी डेवलपमेंट सेल ने इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल के सहयोग से 29 मई 2021 को “मेंडेली सॉफ्टवेयर: टू यूज योर रेफरेंस एंड प्रशस्ति पत्र” विषय पर ई कार्यशाला का आयोजन किया गया। रिसोर्स पर्सन प्रोफेसर राजा शंकरन, आईआईएम रांची के पूर्व छात्र और इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एक्सीलेंस (आईएसएमई) बेंगलुरु में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है जिन्हे उद्योग, अनुसंधान और शिक्षण जगत में28 से अधिक वर्षों का अनुभव है। प्रोफेसर राजा शंकरन, ने , मेंडेली डेस्कटॉप के उपयोग, समकालिक और कई प्लेटफार्मों पर आयात लेख, दर्भ डेटा/पीडीएफ प्रबंधन में वृद्धि, स्कोपस एकीकरण और सॉफ्टवेयर के विभिन्न अन्य अनुप्रयोगों से सुसज्जित प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया। इसके अलावा उन्होंने प्रतिभागियों को संदर्भ आयात करने और एक क्लिक के साथ प्रशस्ति पत्र शैली बदलने के लिए विभिन्न टिप्स दिए। अपने उद्घाटन भाषण में स्थानापन्न प्रिंसिपल और संयोजक एफडीपी सेल डॉ रितु गांधी अरोड़ा ने शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अनुसंधान कार्य के दायरे में सुधार लाने और दुनिया भर के अन्य शोधकर्ताओं द्वारा उद्धृत करने में प्रतिभागियों को इन उपकरणों के महत्व को समझाया। कार्यशाला में भारत के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के 200 से अधिक संकाय सदस्यों, विद्वानों और छात्रों ने भाग लिया। आईक्यूएसी समन्वयक डॉ अनामिका भार्गव द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ सत्र का समापन हुआ। उन्होंने एफडीपी और आईक्यूएसी के सदस्यों डॉ आशिमा टंडन, डॉ पूजा कौल, डॉ पारूल नागी, सुश्री कुलविंदर कुमार, सुश्री रीमा नांगिया, सुश्री पूजा गौड़, सुश्री रितु गौतम, डॉ जूही, सुश्री वंदना, सुश्री रूची, श्री हरीश रावत, श्री सचिन नरूला और श्री आशीष गोयल के प्रयासों की सराहना की।

 

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