Faridabad News, 10 July 2021 : ए.के. सिंह, सीएमडी, एनएचपीसी ने 10 जुलाई 2021 को स्वर्गीय योगेंद्र प्रसाद, पूर्व सीएमडी, एनएचपीसी, एनएचडीसी और एसजेवीएन को समर्पित ‘इनर्शिया’ जर्नल के विशेष अंक का विमोचन किया। वाई.के. चौबे, निदेशक (तकनीकी), आर.पी. गोयल, निदेशक (वित्त) और बिश्वजीत बसु, निदेशक (परियोजनाएं) भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
श्री ए.के. सिंह, सीएमडी, एनएचपीसी ने 10 जुलाई 2021 को आयोजित ई-रिलीज समारोह के दौरान स्वर्गीय श्री योगेंद्र प्रसाद, पूर्व सीएमडी, एनएचपीसी, एनएचडीसी और एसजेवीएन को समर्पित ‘इनर्शिया’ जर्नल के विशेष अंक का विमोचन किया।इस अवसर पर एनएचपीसी की ओर से श्री वाई.के. चौबे, निदेशक (तकनीकी), आर.पी. गोयल, निदेशक (वित्त) और श्री बिश्वजीत बसु, निदेशक (परियोजनाएं) भी उपस्थित थे। पी.वी.एस.एन. मूर्ति, पूर्व उपाध्यक्ष, VOITHहाइड्रो और सदस्य, संपादकीय सलाहकार बोर्ड, एनर्टिया, स्वर्गीय योगेंद्र प्रसाद के सुपुत्र अश्विनी कुमार, इनर्शिया जर्नल के प्रधान संपादक और प्रकाशक प्रो. ए.जी. अय्यर, एनएचपीसी के कार्मिक (विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों, पावर स्टेशनों और परियोजनाओं से), एनएचपीसी के पूर्व कार्मिक और देश-विदेश से उनकेशुभचिंतक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस अवसर पर बोलते हुए, ए.के. सिंह, सीएमडी, एनएचपीसी ने स्वर्गीयश्री योगेंद्र प्रसाद के उत्कृष्ट करियर पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रसाद जी एनएचपीसी के इतिहास में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले सीएमडी थे, जिन्होंने अक्टूबर 1997 से अप्रैल 2005 तक सीएमडी के रूप में सेवाकी।उन्होंने आगे कहा कि श्री प्रसाद जी एक उत्कृष्ट नेतृत्वकर्ता थे जिन्होंने लोगों की सर्वश्रेष्ठ कार्यक्षमता को सामने लाया और एनएचपीसी की कुछ सबसे चुनौतीपूर्ण और कठिन परियोजनाएंजैसे 1000 मेगावाट इंदिरा सागर (म.प्र.), 300 मेगावाट चमेरा- II (हि.प्र.), 280 मेगावाट धौलीगंगा (उत्तराखंड), 520 मेगावाट ओंकारेश्वर (म.प्र.) और 510 मेगावाट तीस्ता-v (सिक्किम)के निष्पादन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
स्वर्गीय योगेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जलविद्युत के क्षेत्र में एक विख्यात हस्ती थे। उन्होंने जलविद्युत को बढ़ावा देने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया और देश की विशाल जलविद्युत क्षमता का दोहन करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।