आईएमटी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के नेतृत्व में उद्योगपतियों ने की बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी

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Faridabad News, 20 July 2021 : आईएमटी इंडस्ट्रीज एसो. के नेतृत्व में आज सैंकड़ों उद्योगपतियों ने आईएमटी के मुख्य द्वार पर बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। उसके बाद उद्योगपति पैदल मार्च करते हुए व नारेबाजी करते हुए बिजली विभाग की एक्सईएन कार्यालय पहुंचे जहां कार्यालय के बाहर भी विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। फरीदाबाद के इतिहास में यह पहला मौका था जब उद्योगपति सडक़ों पर उतरने पर विवश हुए। आईएमटी के उद्योगपतियों का कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारी न तो किसी का फोन उठाते हैं और न ही समस्या का समाधान करते हैं। पिछले 36 घंटे से आईएमटी में बिजली गुल है लेकिन इसके बावजूद अधिकारियों के पास कोई समाधान नहीं है। आईएमटी के उद्योगपतियों ने मीडिया को व्हट्अप गु्रप भी दिखाया जोकि बिजली विभाग के अधिकारियों व आईएमटी के उद्योगपतियों का संयुक्त रूप से बना हुआ गु्रप है। उस ग्रु्रप को दिखाते हुए उद्योगपतियों ने कहा कि कोई दिन ऐसा नहीं होता जिस दिन बिजली के लंबे-लंबे कट नहीं होते हैं लेकिन पिछले 36 घंटे में तो बिजली विभाग ने सारी सीमाएं ही तोड़ दी हैं। उद्योगपतियों ने बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के बयान का भी हवाला देते हुए कहा कि बिजली मंत्री प्रदेश में बिजली सरप्लस होने की बात करते हैं और आईएमटी के उद्योगपतियों को 36-36 घंटे बिजली नहीं मिल रही है। ऐसे में उद्योग कैसे चलाए जा सकते हैं।

आईएमटी इंडस्ट्रीज एसो. के प्रधान प्रमोद राणा ने कहा कि उद्योगपति सरकार को राजस्व भी देता है और रोजगार में भी मदद करता है। इसके बावजूद उद्योगों की सुध लेने वाला कोई नहीं है जोकि चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि उद्योपगतियों को केवल सोने का अंडा देने वाली मुर्गी समझा जाता है। उनकी समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया जाता। प्रमोद राणा ने यह भी कहा कि जल्द ही सारे मामले से केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को अवगत कराया जाएगा ताकि उद्योगपतियों को काम करने के लिए अनुकूल वातावरण मिल सके। उन्होंने यह भी बताया कि अब वो जमाना नहीं है जब सप्ताहिक या मासिक ऑर्डर मिलते हों। अब प्रतिदिन डिस्पैच करनी होती है। ऐसे में बिजली नहीं मिलेगी तो पूरा उद्योग व्यापार चौपट हो जाएगा। उन्होंने शासन व प्रशासन से अपील की है कि उद्योगपतियों के संकट का समाधान करने में सहायता करें।

इस विरोध प्रदर्शन में उद्योगपति वीपी गोयल, डीपी दलाल, तेज चौधरी, डीपी यादव, महेंद्र अरोड़ा, राजेश महेंदु्रु, नितिन बरेजा, आईसी जैन, अमित जुनेजा, असलम सैफी, महेश काला, अजय एबरोल सहित अनेक उद्योगपति मौजूद थे।
आईएमटी के उद्योगपतियों ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर भी आज सवाल खड़े कर दिए। उद्योगपतियों का कहना था कि 20 साल पहले हरियाणा के गुरुग्राम में लगी हीरो होंडा कंपनी हरियाणा में मात्र 10 फीसदी उत्पादन करती है। 90 फीसदी उत्पादन, बैंगलोर,राजस्थान व गुजरात में करती है। इसी प्रकार मारुति अपना उत्पादन धीेरे-धीरे गुजरात में शिफ्ट कर रहा है।

विरोध प्रदर्शन करने के बाद उद्योगपति बिजली विभाग की एक्सईएन से मिले और तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई। चर्चा के दौरान एक्सईएन ने विभाग व अधिकारियों की तरफ से कई बार उद्योगपतियों से मीडिया की मौजूदगी में माफी मांगी और भविष्य में सुधार का आश्वासन दिया। इसके साथ-साथ बिजली से संबंधित सभी समस्याओं के निदान को लेकर एक कमेटी बनाई गई जिसमें एक्सईएन, एसडीओ, जेई व आईएमटी इंडस्ट्रीज एसो. के प्रधान, महासचिव व बिजली विभाग के चेयरमैन को शामिल किया गया है। यह कमेटी बुधवार को सभी मुद्दों पर चर्चा करके समस्याओ के समाधान की रूपरेखा बनाएगी। फिलहाल उद्योगपति शांत हैं लेकिन उनका कहना है कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो अगला प्रदर्शन 50 हजार लोगों के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर किया जाएगा।

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