फरीदाबाद, 07 सितंबर। उपायुक्त जितेंद्र यादव ने कहा कि जिला के दोनों बाल देखभाल गृह में रह रहे और 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके पांच बच्चों को हरिहर योजना का पूरा लाभ दिया जाए। इस बच्चों को भविष्य में पढ़ाई करनी है या कहीं प्रशिक्षण प्राप्त कर नौकरी करनी है तो इसके लिए भी इनकी सहमती लेकर सीसीआई कार्ययोजना प्रस्तुत करे। उपायुक्त जितेंद्र यादव मंगलवार को लघु सचिवालय में जिला स्तरीय अप्रूवल कमेटी की मीटिंग में दिशा-निर्देश दे रहे थे।
उपायुक्त जितेंद्र यादव ने मीटिंग में बताया कि जिला में मौजूदा समय में दो बाल देखभाल गृह चल रहे हैं। इनमें एक एसओएस ग्रीन फील्ड में है और दूसरा सेंट जोसफ सर्विस सोसायटी द्वारा चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन बाल देखभाल गृहों में त्याग किए गए अथवा अनाथ बच्चों को रखा जाता है। उन्होंने इन बाल देखभाल गृहों की सुविधाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने बताया कि हरिहर योजना होमलैस बच्चों के लिए चलाई जाती है। इसके तहत बच्चों को शिक्षा, ट्रेनिंग व ग्रुप सी व डी की नौकरी भी दी जाती है। शादी के बाद उन्हें घर बनाने के लिए ब्याज रहित लोन भी मुहैया करवाया जाता है। वहीं सीसीआई में रहने के दौरान उन्होंने समाज कल्याण विभाग से 2500 रुपये पैंशन भी मिलती है। मीटिंग में अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर सिंह मान, एसीपी जयपाल सिंह, जिला बाल संरक्षण कमेटी के चेयरमैन श्रीपाल कराना, डीसीपीओ मीनाक्षी, शिखा व शेखर भी मौजूद थे।