फ़रीदाबाद 25 जून । आज भारतीय जनता पार्टी ज़िला कार्यालय पर भाजपा फ़रीदाबाद के ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा के नेतृत्व में भाजपा नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एकात्म मानववाद और अन्त्योदय के प्रणेता, जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयन्ती को धूमधाम से मनाया । भाजपा ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित की । केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री मूल चंद शर्मा, विधायक सीमा त्रिखा, राजेश नागर, नरेन्द्र गुप्ता, पूर्व प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी, अनुशासन समिति की प्रदेश अध्यक्ष नीरा तोमर, प्रदेश सचिव रेणु भाटिया, वरिष्ठ उप महापौर देवेन्द्र चौधरी, किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री सोहन पाल सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ओमप्रकाश रक्षवाल, सह प्रवक्ता बिजेन्द्र नेहरा ने फरीदाबाद के अलग अलग मंडलों में आयोजित कार्यक्रमों में भाग लिया और पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के जीवन दर्शन और उनके विचारों को कार्यकर्ताओं के सामने रखा । भाजपा जिला फरीदाबाद के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने फरीदाबाद के सभी 1065 बूथों पर कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय को स्मरण करते हुए माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित की । जिला कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश सचिव रेणु भाटिया, जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, जिला महामंत्री मूलचंद मित्तल, आर. एन सिंह,जिला उपाध्यक्ष संजीव भाटी,जिला सचिव श्री मुकेश अग्रवाल,जिला मीडिया प्रभारी विनोद गुप्ता, मोर्चों के जिला अध्यक्ष, महामंत्री, प्रकोष्ठों एवं विभागों के संयोजक, सह संयोजक और भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।
प्रदेश मंत्री रेणु भाटिया ने अपने वक्तव्य में कहा कि दीनदयाल उपाध्याय जी के विचार और आदर्श देश और समाज के लिए जीवन जीने का मक़सद सिखाते हैं पण्डित जी के जीवन का एक एक पल हमें जीवन जीने की शिक्षा देता है । उनके बताये हुए मार्ग पर चलकर भारतीय जनता पार्टी,देश व देशवासियों को सशक्त करने का कार्य कर रही है ।
जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों और उनके जीवन दर्शन को कार्यकर्ताओं के सामने रखते हुए कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर 1914 को मथुरा जिले के नगला चंद्रभान गांव में हुआ था। दीनदयाल जी परीक्षा में हमेशा प्रथम स्थान पर आते थे । उन्होंने प्रशासनिक परीक्षा दी, उत्तीर्ण भी हुये किन्तु अंग्रेज सरकार की नौकरी नहीं की । 1937 में छात्र जीवन के दौरान पंडित जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्पर्क में आये और संघ के जीवनव्रती प्रचारक बन गये । श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर जनसंघ की स्थापना की । पण्डित दीनदयाल उपाध्याय महान चिंतक थे । उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानव दर्शन और अन्त्योदय जैसी प्रगतिशील विचारधारा दी । एक लेखक के रूप में ‘अखंड भारत क्यों हैं’, ‘राष्ट्र जीवन की समस्याएं’, ‘राष्ट्र चिंतन’ और ‘राष्ट्र जीवन की दिशा’ आदि साहित्यिक कृतियां लिखी । समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया ।
जिला महामंत्री मूलचंद मित्तल ने कहा कि बचपन से ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय, नरेंद्र मोदी जी के वैचारिक मार्गदर्शक और नैतिक प्रेरणा स्रोत रहे हैं । नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद देश भर में उनके नाम से अनेक ऐसी योजनाएं चलाई, जो अन्त्योदय के उनके सपने को सार्थक करते हुए गाँव, गरीब, शोषित, पीड़ित, दलित और पिछड़ों का जीवन बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। भारत को एक देश और समाज के रूप में बेहतर बनाने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय के योगदान ने पीढ़ियों को प्रेरित किया है, तो नरेंद्र मोदी जी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दिखाए मार्ग पर चलकर न केवल देश के विकास को नई सोच के साथ गति दी है, बल्कि दुनिया में भारत को अग्रणी देशों में सम्मिलित कर दिया है ।