फरीदाबाद, 06 अक्टूबर। जिला एवं सत्र न्यायाधीश कम चेयरमैन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण वाईएस राठौर के दिशा निर्देशा नुसार 75वे स्वतंत्रता दिवस पर आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत नीमका जेल में लोक अदालत लगाई गई।
यह लोक अदालत मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं मंगलेश कुमार चौबे की अध्यक्षता में जिला जेल नीमका में आयोजित की गई। आपको बता दें इस लोक अदालत में 14 केस रखे गए। जिनमें से 06 केसों का निपटारा किया गया। जोकि चोरी व छोटी मारपीट से संबंधित केस थे। जिनका मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। यानी कि जेल में बंद दिनों को सजा मानकर कटी गई सजा पर यदि आरोपी किसी दूसरे केस में वांछित ना हो तो ऐसे 06 हवालाती बंदियों को छोड़ने का आदेश सीजेएम मंगलेश कुमार चौबे ने दिया।
इस मौके पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मंगलेश कुमार चौबे ने विचाराधीन बंदियों को कहा कि जाने अनजाने में जो गलती हुई है। उनका सुधार करते हुए अपना समय अच्छे काम में लगाएं ताकि आपका आने वाला भविष्य ठीक हो सके और आप समाज में जाकर मुख्यधारा से जुड़ सकें। इसके साथ साथ जेल सुपरिटेंडेंट जय किशन चिल्लर ने कहा कि जिला जेल नीमका में ऐसा कोई भी विचाराधीन बंदी नहीं है। जिसका की कोई वकील ना हो या तो उसका प्राइवेट वकील है या जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से बन्दी को सरकारी वकील प्रदान करवाया गया है।
आज की जिला जेल लोक अदालत में सुपरिटेंडेंट जयकिशन छिल्लर, डिप्टी जेल सुपरिटेंडेंट अनिल कुमार व रामचंद्र डिप्टी सुपरीटेंडेंट जेल नीमका व पैनल एडवोकेट धनेंद्र गर्ग, गगन कुमार, प्रभात शंकर स्टेनो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भी उपस्थित रहे।