फरीदाबाद, 16 नवम्बर – जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति, श्री राज नेहरू ने राष्ट्रीय प्रैस दिवस के उपलक्ष में मीडिया समुदाय से आग्रह किया कि वे मीडिया से जुड़ने वाले युवाओं को चिकित्सकों, वकीलों, न्यायाधीशों और मंत्रियों की भांति शपथ दिलाने की परम्परा की शुरूआत करें कि वे पत्रकारिता पेशे की उच्च नैतिकता एवं मानदंडों को बनाए रखेंगे।
श्री नेहरू विश्वविद्यालय के कम्युनिकेशन एंड मीडिया टेक्नोलाॅजी विभाग (सीएमटी) द्वारा ‘मीडिया – चुनौतियां और अवसर’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. दिनेश कुमार मुख्य अतिथि और इंडिया न्यूज नेटवर्क के प्रबंध संपादक और वरिष्ठ पत्रकार राणा यशवंत मुख्य वक्ता रहे। इस अवसर पर लिबरल आर्ट्स एंड मीडिया स्टडीज संकाय के डीन प्रो. अतुल मिश्रा और कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग भी मौजूद थे। सेमीनार का संचालनएसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पवन सिंह मलिक ने किया।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर मीडिया समुदाय को बधाई देते हुए श्री नेहरू ने वर्ममान में मीडिया समाचारों की विश्वसनीयता पर चिंता व्यक्त की। ग्लोबल ट्रस्टवर्थनेस इंडेक्स पर एक सर्वेक्षण रिपोर्ट का जिक्र करते हुए श्री नेहरू ने कहा कि विज्ञापन का पेशा राजनेताओं और मंत्रियों के बाद सबसे अविश्वसनीय व्यवसायों में से एक है, तथा यह और भी चैंकाने वाला है कि रॉयटर्स इंस्टीट्यूट के 46 देशों के सर्वेक्षण से यह तथ्य सामने आया कि भारत के केवल 38 प्रतिशत लोग समाचार पर भरोसा करते हैं और समाचारों की विश्वसनीयता को लेकर देश को 31वां रैंक मिला है। इस सर्वेक्षण में फिनलैंड 65 प्रतिशत के साथ शीर्ष पर है, जबकि अमेरिका 29 प्रतिशत के साथ सबसे नीचे है। इसकी मुख्य कारण यह है कि मीडिया द्वारा समाज के सामने क्या और किस तरह से प्रस्तुत किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका के बाद मीडिया को लोकतंत्र का चैथा स्तंभ माना जाता है। लेकिन, मीडिया चैथे स्तंभ की भूमिका कैसे निभा रहा है, यह सोचने का विषय है। लोकतंत्र के चैथा स्तंभ के रूप में मीडिया को पारदर्शिता, स्पष्टता और ईमानदारी के समाचारों को दिखाना चाहिए। जिसका अर्थ यह है कि मीडिया द्वारा विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका में क्या हो रहा है, इसका सही वर्णन करें। जहां तक रिपोर्ट की बात है तो चैथा स्तंभ पूरी तरह से बिखर रहा है और इस बिखराव के लिए मीडिया से जुड़ने वाले पेशेवर लोग जिम्मेदार हैं। जब एक डॉक्टर, वकील, जज और मंत्री कर्तव्य निभाते हुए शपथ लेते हैं, तो मीडिया पेशेवर क्यों नहीं? वे भले ही गीता को अपने हाथों में रखकर शपथ न लें, लेकिन वे गीता को आत्मसात करें कि वे अपने पेशे के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
सत्र को संबोधित करते हुए पूर्व कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने छात्रों से पत्रकारिता के लिए प्रतिबद्ध रहने और कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया और कहा कि वे सभी क्षेत्रों एवं विषयों का ज्ञान प्राप्त करने के लिए हमेशा तैयार रहें। उन्होंने कहा कि मीडिया के विद्यार्थी हमेशा बड़े मीडिया हाउस से जुड़ना चाहते हैं लेकिन वे इसके लिए कड़ी मेहनत नहीं करते। मीडिया के उच्च मानकों को पूरा करने के लिए उन्हें उचित ज्ञान और प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने नवोदित पत्रकारों से आग्रह किया कि वे आधुनिकतम तकनीकी कौशल के साथ-साथ भाषायी कौशल पर काम करें।
राणा यशवंत ने अपने मुख्य भाषण में मीडिया के छात्रों को टीवी पत्रकारिता पर महत्वपूर्ण टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि मीडिया के विद्यार्थियों को विभिन्न जटिल मुद्दों पर गहरी समझ की आवश्यकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न विषयों पर बोलने के लिए दिमाग और जुबान के बीच तालमेल होना आवश्यकता है। इसलिए, उन्हें भाषा पर पकड़ और शब्दों का सही उपयोग का ज्ञान होना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान मीडिया के विद्यार्थियों द्वारा मीडियाः भ्रांतियाँ एवं तथ्य हास्य कटाक्ष का भी मंचन किया गया, जिसे काफी सराहा गया। इस अवसर पर कुलपति और अतिथियों ने विभाग के पूर्व छात्रों को सम्मानित किया और कम्युनिकेशन एंड मीडिया टेक्नोलाॅजी विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए। कुलपति और अतिथियों ने मीडिया के छात्रों की फोटो प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इससे पहले डॉ. पवन सिंह मलिक ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए अतिथि का परिचय दर्शकों से कराया तथा राष्ट्रीय प्रैस दिवस की प्रासंगिकता पर विचार रखें। कायक्रम के अंत में कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
कम्युनिकेशन एंड मीडिया टेक्नोलाॅजी विभाग द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्रों को कार्यक्रम के मुख्यातिथि ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्टूनिस्ट हंट में अनुज जैन ने प्रथम तथा श्रुति ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। फो
टोग्राफी में कृतिका नागर तथा प्रिन्स डागर क्रमशः प्रथम और द्वितीय स्थान पर रहे। शीर्षक लेखन में ईशांजलि और ऋषिका प्रथम और द्वितीय स्थान पर रहे।आशु भाषण प्रतियोगिता में यशिता नागपाल ने प्रथम तथा साहिल कौशिक ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। मिमिक्री प्रतियोगिता में गनिन भाटिया ने प्रथम तथा अनुज जैन ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर विभाग के छात्रों ने मीडियाः भ्रांतियाँ एवं तथ्य हास्य कटाक्ष का भी मंचन किया।