फरीदाबाद, 01 दिसम्बर। उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने कहा कि स्वयं सुरक्षित रह कर एचआईवी से बचाव सम्भव है। उन्होंने बताया कि एचआईवी फैलने के चार कारण एक असुरक्षित यौन संबंध, दूसरा संक्रमित सुई का प्रयोग, तीसरा संक्रमित रक्त चढ़ाने और चौथा मां से बच्चे को एचआईवी वायरस से संक्रमित होना है।
उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने यह बात आज बुधवार को अन्तर्राष्ट्रीय एचआईवी सरक्षण दिवस पर अपने सन्देश में कही। एचआईवी जिला कन्ट्रोल एवं नोडल अधिकारी डाँ शीला भगत ने बताया कि ऐड्स होने में 10 से 12 साल लग सकते है। एड्स एक बीमारियों का समूह है जिसमें कि व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक/ रोगों से लड़ने वाली क्षमता कम हो जाती है। उन्होंने बताया कि एआरटी की दवाइयां देकर मरीज को जीवित रखा जा सकता है।
आज बुधवार को नागरिक अस्पताल बीके के प्रांगण में वर्ल्ड एड्स डे मनाया गया। जिसमें डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर शीला भगत व बीके हॉस्पिटल के आरएमओ डाँ रोहित गौड और टीबी एचआईवी कोऑर्डिनेटर सुभाष गहलोत, राजकुमार, बिजेंदर, अशोक, वीरेंद्र, विकास प्रवीण, यथार्थ और साधना जी मौजूद थे। साथ ही एएनएम स्टूडेंट ने एक जागरुकता एक रैली निकाल कर अस्पताल परिसर में लोगों को एड्स जैसी घातक बीमारी के बचाव के लिए जागरूक किया। विद्यार्थियों ने अस्पताल में उपचाराधीन मरीजों और मरीजों के अटेंडेंट तो को भी एचआईवी के लक्षण और उसके बचाव के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।