फरीदाबाद, 10 मार्च, 2022: मानव रचना में 8 मार्च को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से महिलाओं के साहस और ताकत का जश्न मनाया गया। समारोह में हमारे जीवन में महिलाओं की भूमिका को उजागर करने वाले लुभावने प्रदर्शन और प्रस्तुतियाँ शामिल थीं।
डॉ. प्रशांत भल्ला, अध्यक्ष, मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (MREI); डॉ. एम.एम. कथूरिया, ट्रस्टी, MREI; डॉ. एन.सी. वाधवा, महानिदेशक, MREI; डॉ. संजय श्रीवास्तव, कुलपति, एमआरआईआईआरएस; डॉ. आई के भट्ट, कुलपति, मानव रचना यूनिवर्सिटी, डॉ. गुरजीत कौर चावला, डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टूडेंट वेलफेयर, एमआरआईआईआरएस आदि संकाय सदस्य उपस्थित थे।
मानव रचना परिसर में एक महिला खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ताकि महिलाओं को आगे आने और अपने कौशल का प्रदर्शन करने का अवसर मिल सके। उनके लिए खेल विभाग की ओर से कई गतिविधियों का आयोजन किया गया। उनके लिए खेल विभाग की ओर से कई गतिविधियों का आयोजन किया गया। विभिन्न आयोजनों में लगभग 120 महिला फैकल्टी मेंबर्स और स्टाफ कर्मचारियों ने भाग लिया। डॉ. आई.के. भट – कुलपति, एमआरयू समापन समारोह के मुख्य अतिथि थे और उनके साथ डॉ. सेंगर, पीवीसी, एमआरयू और श्री सरकार तलवार, निदेशक खेल, MREI भी उपस्थिति थे।
इसके अलावा, डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टूडेंट वेलफेयर, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (MRIIRS) ने स्पिक मैके चैप्टर के तहत निज़ामी बंधु द्वारा एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला संगीत कार्यक्रम आयोजित किया। कॉन्सर्ट ने कैंपस में मौजूद सभी महिलाओं और फेसबुक पर लाइव कॉन्सर्ट में शामिल होने वालों को काफी तरोताजा कर दिया।
डॉ ओपी भल्ला फाउंडेशन ने लैंगिक समानता और सतत भविष्य पर जागरूकता पैदा करने के लिए ‘ब्रेक द बायस’ विषय पर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया। श्रीमती रेणु भाटिया- चेयरपर्सन, हरियाणा राज्य महिला आयोग ने उद्योग जगत की प्रतिष्ठित हस्तियों के साथ विशेष अतिथि के रूप में चर्चा में भाग लिया। अन्य पैनलिस्टों में डॉ. नीता धाभाई, चेयरपर्सन और डायरेक्टर, अनफोल्ड फाउंडेशन; सुश्री शोभना यादव, एंकर, एबीपी नेटवर्क; प्रो. (डॉ.) बिजयलक्ष्मी नंदा, प्राचार्य, मिरांडा हाउस, डीयू; सुश्री अनुपमा झा, ईडी, ट्रांसपेरेंसी एंड एकाउंटेबिलिटी; सुश्री अजय दीप, कार्यकर्ता, सहायक निदेशक, पीरियड; और श्री राजेश इनामदार, सीईओ, मोहर ऑर्गेनिक्स प्राइवेट लिमिटेड।
डॉ. ओ.पी.भल्ला फाउंडेशन द्वारा सरकारी गर्ल्स स्कूल, मोहना की छात्राओं को सैनिटरी नैपकिन वितरित किए गए। मासिक धर्म से जुड़े मिथकों और वर्जनाओं जैसे असमानता, अशुद्धता, अंधविश्वास पर एकालाप के रूप में एक छोटा सा नाटक किया गया।