फरीदाबाद, 30 मई 2022 : स्प्रिंगर नेचर ने मानव रचना शिक्षण संस्थान, फरीदाबाद में भारत की अपनी पहली अकादमिक रिसर्च लैब की शुरुवात की है। स्प्रिंगर नेचर एकेडमिक रिसर्च लैब फैकल्टी को नए क्षेत्रों में अनुसंधान करने की सुविधा प्रदान करेगी और साथ ही छात्रों को पारंपरिक कार्यक्रमों की सीमाओं से परे बहु-विषयक क्षेत्रों पर शोध करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगी। प्रयोगशाला के मुख्य फोकस क्षेत्रों में वैज्ञानिक लेखन, प्रकाशन, और अनुसंधान में प्रभावी सहयोग शामिल होगा। यह छात्रों को तकनीकी कौशल विकसित करने, नेटवर्क बनाने, विचारों को विकसित करने और नवाचार प्रदर्शित करने के अवसर प्रदान करेगी। यह अनुसंधान समुदाय, फैकल्टी और छात्रों को उनकी विशेषज्ञता के क्षेत्र में प्रसिद्ध शोधकर्ताओं के साथ हर महीने दो बार बातचीत करने और तकनीकी खोजों के बारे में चर्चा करने और सीखने का मौका भी प्रदान करेगा।
अपने संबोधन में, स्प्रिंगर नेचर के मुख्य कार्यकारी, फ्रैंक व्रेनकेन पीटर्स ने कहा: “विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान एक राष्ट्र की रीढ़ हैं। हमें मानव रचना शिक्षण संस्थान में इस अकादमिक अनुसंधान प्रयोगशाला की स्थापना करते हुए खुशी हो रही है, जो न केवल छात्रों और फैकल्टी के लिए हमारी विभिन्न पत्रिकाओं की सामग्री को सुलभ बनाएगी, बल्कि ज्ञान साझा करने और विचारों के ऊष्मायन का केंद्र भी होगी। स्प्रिंगर नेचर में, हम खोज और ज्ञान के द्वार खोलने में विश्वास करते हैं, और मानव रचना शिक्षण संस्थान में स्प्रिंगर नेचर एकेडमिक रिसर्च लैब भारत में इसे हासिल करने में हमारी मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।”
इस अवसर पर स्प्रिंगर नेचर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक वेंकटेश सर्वसिद्धि ने कहा: “भारत एक अनूठा देश है जिसमें 15,000 से ज़्यादा STEM कॉलेज और 900 से अधिक विश्वविद्यालय हैं। हालांकि, हमारे देश में कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्रों की कुल संख्या में से केवल 30% ही रोज़गार के लिए तैयार होते हैं। हमारा उद्देश्य हमारे देश के प्रतिभाशाली युवाओं को नवीनतम सूचना, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी से लैस करना है जो उनके करियर को आगे बढ़ा सके और उन्हें आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में बढ़त दिला सके। मानव रचना में स्प्रिंगर नेचर एकेडमिक रिसर्च लैब न केवल उद्योग, शिक्षाविदों और छात्रों के बीच बेहतर सहयोग का मार्ग प्रशस्त करेगी, बल्कि नवाचार और अनुसंधान की संस्कृति को भी बढ़ावा देगी। हम भविष्य में ऐसी प्रयोगशालाओं को कई अन्य विश्वविद्यालयों और संस्थानों के साथ दोहराने की उम्मीद करते हैं।”
मानव रचना शिक्षण संस्थान के प्रमुख व्यक्तियों को लगता है कि उनके परिसर में अकादमिक अनुसंधान प्रयोगशाला छात्रों और शिक्षकों को विचारों पर चर्चा करने, सहयोग करने और इनक्यूबेट करने का अवसर प्रदान करेगी जिससे भविष्य में अनुसंधान की गुणवत्ता में वृद्धि होगी।
मानव रचना शिक्षण संस्थान के उपाध्यक्ष डॉ. अमित भल्ला ने कहा: “स्प्रिंगर नेचर एकेडमिक रिसर्च लैब की स्थापना से सभी क्षेत्रों के शोधकर्ताओं का एक इकोसिस्टम तैयार होगा। इस तरह, सहयोगात्मक अनुसंधान और अंतर-अनुशासनात्मक अनुसंधान के अवसर न केवल मानव रचना फैकल्टी और छात्रों के लिए बल्कि उन शोधकर्ताओं के लिए भी बढ़ेंगे जो स्प्रिंगर लैब में भौतिक अनुसंधान सुविधाओं का उपयोग करना चाहते हैं। यह शोधकर्ताओं के एक समुदाय के निर्माण में भी सहायता करेगा जिसमें उन्हें स्प्रिंगर के शोधकर्ताओं के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा। उन्हें स्प्रिंगर नेचर रिसर्च डेटाबेस तक पहुंच भी प्रदान की जाएगी।” उन्होंने कहा, “एक नया इकोसिस्टम बनाना, विचार और नवाचार करना इस प्रयोगशाला का मुख्य एजेंडा है जिसे हम स्प्रिंगर और मानव रचना के अनुसंधान विशेषज्ञों के विशेष मार्गदर्शन के साथ हासिल करना चाहते हैं।”
स्प्रिंगर नेचर के चीफ़ एक्सेक्यूटिव ऑफिसर – फ्रैंक व्रेनकेन पीटर्स ने स्प्रिंगर नेचर के चीफ़ ऑपरेटिंग ऑफिसर – मार्टिन मोस; मुख्य रणनीति अधिकारी – डेनियल कोरनी; प्रबंध निदेशक, स्प्रिंगर नेचर इंडिया – वेंकटेश सर्वसिद्धि; सीईओ, स्प्रिंगर नेचर टेक्नोलॉजी एंड पब्लिशिंग सॉल्यूशंस – मथियास विसेल, मानव रचना शिक्षण संस्थान के उपाध्यक्ष – डॉ अमित भल्ला और मानव रचना के अन्य वरिष्ठ व्यक्तिओं की उपस्थिति में लैब का उद्घाटन किया।