योग है जीवन जीने की कला है : डॉ रमेश योगाचार्य

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नूंह, 11 जून 2022 : जिला बाल कल्याण परिषद नूंह एवं अध्यात्म योग संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित नि:शुल्क योग शिविर का आयोजन बाल भवन के परिसर में किया गया। उक्त कार्यक्रम में ग्रीष्मकालीन शिविर व रुचिकर कक्षाओं के बच्चों ने योग शिविर का आनंद लिया । उपरोक्त शिविर के मुख्य अतिथि के रुप में आमंत्रित डॉ. रमेश कुमार योगाचार्य, सहायक प्रोफेसर, योग विज्ञान विभाग, श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली ने अपने संबोधन में कहा की योग जीवन जीने की कला है इसलिए योग को जीवन में जीना चाहिए यदि हम लोग योग का निरंतर अभ्यास करते हैं तो सभी बीमारियां धीरे-धीरे समाप्त हो जाती हैं। सभी अपने कीमती समय में से एक घंटा योगासन प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास के लिए निकालना चाहिए जिससे शरीर निरोग रह सके। बच्चों की बुद्धि क्षमता को बढ़ाने के लिए ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास जरूरी है। बच्चों के शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक विकास के लिए योग अत्यंत लाभकारी है। योग का सभी निरंतर अभ्यास करें।

इस अवसर पर कमलेश शास्त्री जिला बाल कल्याण अधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए योग जरूरी है। आए हुए मुख्य अतिथि का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया। और योग के लिए प्रेरित किया कहा कि बाल भवन द्वारा उपायुक्त महोदय श्री अजय कुमार के दिशा निर्देश में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां ग्रीष्मकालीन शिविर व रुचिकर कक्षाओं के माध्यम से बाल भवन में चलाई जा रही है। इस दौरान महिला कॉलेज नूंह के प्रोफेसर डॉ अशोक कुमार कटारिया, कार्यक्रम सुपरवाइजर लोकेश कुमार, बाल भवन डे केयर अध्यापिका ज्योति, सायं कालीन कोचिंग कक्षाओं की अध्यापिका आशा, एकता , दीपक, व अन्य कर्मचारी गण व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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