लाल किला प्रांगण में होने वाले 108 कुण्डीय राष्ट्र रक्षा महायज्ञ का भूमि पूजन

0
3241
Spread the love
Spread the love
New Delhi News : 18 से 25 मार्च तक होने वाले माँ पराम्बा भगवती बगलामुखी 108 कुण्डीय राष्ट्र रक्षा महायज्ञ हेतु आज लाल किला प्रांगण में भूमि पूजन का अयोजन किया गया। भूमि पूजन श्री योगिनीपीठाधीश्वर परिव्राजकाचार्य ब्रहर्षि शिवस्वरूप श्री शिव कुमार जी महाराज परमहंस के सानिध्य में हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डा0 हर्षवर्धन, केन्द्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण मंत्री, यज्ञाचार्य युगऋषि जगदाचार्य महापंडित चन्द्रमणि मिश्र न्यासी श्री योगिनीपीठम्, सानिध्य श्री महेश गिरी, सांसद पूर्वी दिल्ली, राष्ट्रीय मंत्री भाजपा तथा श्री नरेश गोयल, चेयरमैन राष्ट्रीय रक्षा महायज्ञ की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
भूमि पूजन महूर्तानुसार मंगलवार 6 मार्च को सांय 3.30 बजे प्रारम्भ किया गया तत्पश्चात् ध्वज पूजन की विधि सम्पन्न की गयी तदोपरान्त घी रथ यात्रा का शुभारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम का प्रमुख आर्कषण बाॅलीवुड के जाने माने गायक पद्मश्री कैलाश खैर भी रहे उनके राष्ट्र रक्षा महायज्ञ हेतु महायज्ञ एंथम लांच किया गया साथ उनके द्वारा अनेकों प्रकार के सांस्कृतिक गीत प्रस्तुत किये गये। उन्होने अपनी मनमोहक गायकी उपस्थित सभी लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया।
श्री महेश गिरी ने केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन जी कस स्वागत करते हुए उन्हें इस कार्यक्रम में सम्मलित होने के लिए धन्यवाद दिया। साथ उन्होंने बताया कि यह लालकिले के इतिहास का वर्णन किया व बताया कि लाल किला देश के इतिहास के अनेकों दृश्यों को गवाह है। यह महायज्ञ भी एक अविस्मरणीय यज्ञ होगा जहां देव और राष्ट्र दोनो की वंदना एकसाथ होगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह यज्ञ पुर्णतः राष्ट्रहित हेतु है न कि राजनैतिक।
केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने मंच पर सभी गणमान्य व्यक्तियों का धन्यबाद दिया साथी ही राष्ट्र रक्षा महायज्ञ की महत्ता को बताते हुए कहा कि ऐसा यज्ञ 1100 सालो बाद होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की मिट्टी में ऐसी शक्ति है कि इसका कोई भी बाल भी बांका नही कर सका न कर सकेगा। निश्यच ही माँ पराम्बा भगवती बगलामुखी के आशीर्वाद से इस यज्ञ से भारत इतना बलवान बनेगा की वह दूसरे देशों की भी रक्षा कर सकेगा।
दिल्ली के लाल किला प्रांगण में 18 से 25 मार्च तक राष्ट्र रक्षा महायज्ञ का आयोजन होने जा रहा है।  इसके लिए देश भर में ‘घी रथ यात्रा’ का शुभारम्भ किया गया। दूर दूर से लोग इस महायज्ञ में आहुती दे सके इस उद्देश्य से घी रथ यात्रा का शुभारम्भ किया गया है। यह रथ देश के कौने कौने में जाएगा। आठ दिनों तक चलने वाले यज्ञ में देश की समृद्धि की कामना करते हुए आठ संकल्प लिए जाएंगे। पिछले 14 फरवरी को माननीय गृह मंत्री श्री राज नाथ सिंह जी ने इंडिया गेट से जल मिट्टी रथ को रवाना किया था। जिसके द्वारा चारो धारों के साथ साथ प्रमुख मंदिरों व देश की सीमाओं से जल व मिट्टी का संग्रहण किया उसका भी पूजन आज किया गया। इनका उपयोग 108 पवित्र यज्ञ कुण्डों का निर्माण में किया जाएगा। महायज्ञ में 1111 वैदिक विद्या में निष्णात विद्वान 2.25 करोड मंत्रो का जाप करेगें। यहां एक विशाल मंच होगा, जहा आठों दिन देश के ख्यातिप्राप्त प्रबुद्ध जनों के प्रवचनों के साथ साथ देश के लोकप्रिय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी जाएगी। राष्ट्र रक्षा महायज्ञ का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य देश के कोटि कोटि नागरिकों को राष्ट्र के साथ एक अटूट भावनात्मक बन्धन में बांधना है। जिसके लिए जीवन के 8 महत्पूर्ण आयामों को छूने वाले विषयों पर प्रतिदिन एक संकल्प लिया जाएगा। इसका इसमें संत, आध्यात्मिक गुरु, राजनेता व अन्य जानीमानी हस्तियां हिस्सा लेंगे।
राष्ट्र रक्षा महायज्ञ व उसके 8 सकंल्प पूरे राष्ट्र को अधिक शक्तिशाली एवं ऊर्जावान बनाएंगे तथा नये भारत को विश्व भर में एक महाशक्ति के रूप स्थापित करेगें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here