10 अक्टूबर, 2022: एमजी मोटर इंडिया और इसके कंसोर्टियम सदस्यों ने ‘नवाचार’ को ब्राण्ड का स्तंभ मानकर डेवलपर प्रोग्राम एण्ड ग्रांट (एमजीडीपी) का चौथा सीजन लॉन्च किया है। यह प्रोग्राम ऑटोमोबाइल उद्योग के लिये सीखने, विकसित होने और समाधान प्रदान करने का एक मौका देगा।इस इवेंट ने उद्योग के कई विचार प्रमुखों को आकर्षित किया है। इनमें से उल्लेखनीय हैं स्टार्टअप इंडिया की प्रमुख सुश्री आस्था ग्रोवर, एक्जिकॉम के प्रबंध निदेशक श्री अनंत नाहटा, सेंटर फॉर ऑटोमोटिव रिसर्च एण्ड ट्राइबोलॉजी (सीएआरटी) में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख डॉ. बी. के. पाणिग्राही, कनवर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) की एमडी एवं सीईओ सुश्री महुआ आचार्य, मैपमायइंडिया के चेयरमैन श्री राकेश वर्मा, विजन मेकैट्रोनिक्स प्राइवेट लि. की संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक डॉ. राशि गुप्ता, जियो-बीपी (रियालंस बीपी मोबिलिटी लिमिटेड) में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के मुख्य परिचालन अधिकारी श्री संदीप बांगिया और फोर्टम इंडिया के प्रेसिडेंट श्री संजय अग्रवाल।
इलेक्ट्रिक वाहन महत्वपूर्ण हो रहे हैं और इसलिये थीम “इलेक्ट्रिक मोबिलिटी इनोवेट फॉर इंडिया’’ के साथ इस साल का एमजी डेवलपर प्रोग्राम स्टार्टअप्स, डेवलपर्स और इनोवेटर्स के लिये नवाचार के प्लेटफॉर्म का विस्तार करने पर केन्द्रित होगा। इससे न केवल चार्जिंग का बुनियादी ढांचा, फ्लीट प्रबंधन, इलेक्ट्रिक कम्पोनेन्ट्स, इलेक्ट्रिक बैटरीज, ग्रीन एनर्जी सॉल्यूशंस, ईवी बैटरी लाइफ साइकल मैनेजमेंट, कनेक्टेड कार सॉल्यूशंस और बीएएएस जैसे क्षेत्रों में समाधानों के लिये अवसर और अभिनव जानकारियाँ मिलेंगी, बल्कि ईवी के पूरे परितंत्र में नये प्रयोगों और अनुभवों का विकास भी होगा।
एमजीडीपी के नये सीजन के बारे में एमजी मोटर इंडिया के प्रेसिडेंट एवं प्रबंध निदेशक श्री राजीव छाबा ने कहा, “एमजीडीपी सीजन 4 का लक्ष्य देशभर के ईवी इनोवेटर्स के मिलकर काम करने और नये समाधान विकसित करने के लिये एक जगह बनाकर उद्योग में सकारात्मक बदलाव लाना है। यह मंच उद्योग के सर्वश्रेष्ठ दिमागों को एक साथ आकर ऐसे आइडियाज लाने के लिये एकजुट करना चाहता है, जिनमें ईवी के परिदृश्य को बदलने की क्षमता हो। हमें उम्मीद है कि इस फोरम की प्रेरणा से उद्योग में इस प्रकार की कई पहलें होंगी, ताकि ईवी से सम्बंधित प्रभावी और ठोस बातचीत जारी रहे। हमारा मानना है कि इसके द्वारा हम एक अनुकूल माहौल बना सकेंगे, जहाँ प्रतिभा, नवाचार और टेक्नोलॉजी एक साथ फल-फूल सकें।”