फरीदाबाद, 27 फरवरी। डीसी विक्रम ने कहा कि जिला फरीदाबाद में अवैध खनन करने वालों के खिलाफ सम्बंधित अधिकारी गण सख्ती से पेश आएं और इस कार्य की नियमित तौर पर समीक्षा करें। साथ ही प्रगति रिपोर्ट भी डीसी कार्यालय में प्रस्तुत करें।
डीसी विक्रम सिंह आज सोमवार को लघु सचिवालय में जिला स्तरीय टास्क फोर्स /खनन कार्य की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे।
डीसी विक्रम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला फरीदाबाद में खनन गतिविधियों को लेकर पूर्णतः सतर्कता बरते। साथ ही अवैध रूप से ओवरलोडिंग को लेकर भी सख्ती से पेश आए। अवैध खनन और अवैध क्रेशर जोन को बंद करवाए।
बैठक में माह फरवरी, 2023 में हुई अवैध खनन की घटनाओं पर की गई कार्रवाई की चर्चा की गई। वहीं जिला में अवैध खनन की जांच के लिए निगरानी दल/डीएलटीएफसी के सदस्य के समन्वय पर भी समीक्षा की गई और अवैध खनन से जुड़े संवेदनशील गांवों के संबंध में समीक्षा की। प्राथमिकी पर की गई कार्रवाई पुलिस विभाग द्वारा प्रस्तुत की गई।वहीं
क्रशर जोन पाली व में स्टोन क्रेशर लाइसेंस की निगरानी बारे समीक्षा की गई।
जिला फरीदाबाद में 6पीएलपीए की धारा 4 व 5 में अवैध खनन पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट डीएफओ को दे।
उन्होंने कहा कि जिला में खनन गतिविधियों को लेकर पूर्णतः सतर्कता बरती जाए और अवैध रूप से ओवरलोडिंग को लेकर भी सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाए।
डीसी विक्रम सिंह ने समीक्षा बैठक में खनन विभाग, आरटीए व अन्य सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि अधिकारी तालमेल के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य की नियमित तौर पर समीक्षा करें और रिपोर्ट भी कार्यालय में प्रस्तुत करें। विभाग द्वारा यमुना क्षेत्र व बंद पड़े पहाड़ों का समय-समय पर मौके पर निरीक्षण जरूर करें। जिला फरीदाबाद में विभिन्न थानों, चौकियों में मुकद्दमें दर्ज करवाने और वाहनों को अवैध खनन परिवहन करते हुए पकड़ा जाने तथा वाहनों से पर्यावरण क्षति-पूर्ति राशि व खनिज की रॉयल्टी व जुर्माना राशि के रूप में उनसे जुर्माने की वसूली की धनराशि बारे विस्तृत जानकारी दी जाए।
बैठक में एसडीएम फरीदाबाद परमजीत सिंह चहल, एसडीएम बड़खल पंकज सेतिया, आरटीए जितेन्द्र गहलोत, जिला खनन अधिकारी कमलेश बिड़ला, आरओ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सुमिता कनौडिया सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
फोटो कैप्शन : डीसी विक्रम सिंह समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए।