10 मार्च, 2023: डिजिटल चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा समाधान प्रदान करने के क्षेत्र में भारत की अग्रणी कंपनी जेनवर्क्स ने निवारक स्वास्थ्य सेवा (प्रिवेंटिव हेल्थ केयर) को सुलभ और किफायती बनाने के नौ वर्ष सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। कंपनी ने ‘ये दिल मांगे मोर’ थीम पर बेंगलुरु में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में अपनी नौवीं वर्षगांठ मनाई। इस अवसर को अविस्मरणीय बनाने के लिए, जेनवर्क्स नेतृत्व पुरानी यादों को ताजा किया बल्कि अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करने के इरादे से कई रणनीतिक साझेदारियों की घोषणा की।
जेनवर्क्स के संस्थापक, एमडी और सीईओ श्री एस. गणेश प्रसाद ने उपभोक्ताओं, भागीदारों, निवेशकों और कर्मचारियों की एक सभा को भी संबोधित किया। उन्होंने बताया कि जेनवर्क्स ने अपने लक्षित क्षेत्रों को अधिक कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से सेवा मुहैया कराने के लिए कैसे बार-बार खुद को फिर से नया बनाकर पेश किया है।
अपने शुरुआती संबोधन में, श्री प्रसाद ने कहा, “जेनवर्क्स को जीई के लिए वितरण व्यवस्था स्थापित करने और कम कीमत में समाधान के साथ संसाधन सुविधाओं को सक्षम करने के लिए बनाया गया था। जबकि, हमने पहले शुरुआती पहचान और उसके रोकथाम को प्रभावित करने वाले समाधानों के लिए अपने पोर्टफोलियो का विस्तार और निर्माण किया। हालाँकि, पिछले कुछ वर्षों में, हमने ग्राहक-केंद्रित संगठन के रूप में अपनी भूमिका को फिर से परिभाषित किया है। कोविड-19 के दौरान हमने घरों के आस-पास उपलब्ध स्वास्थ्य सेवा में कमी या अंतराल को समझा। हमारा मानना है कि टेक्नालॉजी (प्रौद्योगिकी) और कनेक्टेड केयर इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। अब जबकि स्वास्थ्य सेवा प्रणाली नए सामान्य (न्यू नॉर्मल) पर स्थिर हो गई है, इसके बावजूद हमें और अधिक गठबंधन करने की इच्छा है। लोगों में स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता, निवारक स्वास्थ्य देखभाल (प्रिवेंटिव हेल्थ केयर) की ओर उनका झुकाव और जीवन शैली की बढ़ती बीमारियों को हम स्पष्ट रूप से इसे एक बड़े अवसर के रूप में देख रहे हैं।”
बदलाव की इस प्रक्रिया में अग्रणी बने रहने के लिए, जेनवर्क्स ने पहचान की है कि कंपनी को अधिक प्रभाव के लिए महिलाओं के स्वास्थ्य की महत्वपूर्ण देखभाल, गुर्दे की देखभाल और ऑन्कोलॉजी संबंधित देखभाल की ज़रूरतों में अपने कार्यों का विस्तार करने की आवश्यकता है।
कंपनी ने इस अवसर पर गठबंधनों की भी घोषणा की है। कंपनी ने बताया कि इसने रेनल हेल्थकेयर कंपनियों ब्राउनडव हेलथकेयर और रेनालिक्स के साथ साझेदारी की है। इन साझेदारियों का उद्देश्य जेनवर्क्स को ग्राहकों के लिए वन-स्टॉप समाधान उपलब्ध कराना है ताकि डायलिसिस सेवाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जा सके। जेनवर्क्स ने क्रिटिकल केयर होप, चिकित्सा उपकरण निर्माता पैनेसिया मेडिकल टेक्नोलॉजीज और प्रौद्योगिकी-आधारित ऑन्कोलॉजी प्लेटफॉर्म कार्किनोस हेल्थकेयर के साथ भी सहयोग किया है।
जेनवर्क्स के सह-संस्थापक और सीओओ श्री बालाजी आरआर ने कहा, “ब्राउनडव के साथ विलय से जेनवर्क्स के लिए नेफ्रोलॉजी उपभोग्य सामग्रियों की निर्माण क्षमता बढ़ जाएगी। यह अत्यधिक अभाव वाले डायलिसिस बाजार की सेवा करने में मदद करेगा। इस बीच, रेनालिक्स के साथ साझेदारी हमारे नेफ्रोलॉजी केयर पोर्टफोलियो को और मजबूत करेगी।”
“क्रिटिकल केयर होप के साथ गठबंधन गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच बनाने के लिए कनेक्टेड केयर इकोसिस्टम प्रदान करने के हमारे लक्ष्य के अनुरूप है। और पैनेसिया मेडिकल टेक्नोलॉजीज के साथ गठजोड़ से देश भर में अपने किस्म के अनूठे रेडियोथेरेपी उपकरण मेक इन इंडिया की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।“ उन्होंने आगे कहा, “कार्किनोस हमारी ऑन्कोलॉजी देखभाल पेशकशों को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार होगा, विशेष रूप से फेमटेक सेगमेंट में।”
इन महत्वपूर्ण घोषणाओं के अलावा, निजी स्वास्थ्य सेवा और इसके हाल के घटनाक्रमों पर विचारोत्तेजक सत्र आयोजित किए गए। पीपीपी मॉडल के उद्भव और देश में स्वास्थ्य बीमा पैठ में वृद्धि पर भी चर्चा की गई। अन्य सत्रों में ‘हेल्थकेयर – पास्ट प्रेजेंट एंड इनटू द फ्यूचर,’ ‘डिसप्टिंग नेफ्रोलॉजी केयर,’ ‘कनेक्टेड केयर: एनेबलिंग एक्सेस टू क्रिटिकल केयर’, और ‘ऑन्कोलॉजी हब एंड स्पोक’ विषयों पर पैनल चर्चा शामिल है।
इस महत्वपूर्ण अवसर को यादगार बनाने के लिए कई उद्योग विशेषज्ञ भी उपस्थित थे। कुछ गणमान्य व्यक्तियों में श्री रमेश कन्नन, पार्टनर समरसेट, श्री राघवेंद्र राव, सीओओ विप्रो जीई हेल्थकेयर, श्री कुणाल मक्कड़ , कंट्री डायरेक्टर, डीईजी, श्री अर्नी कृष्णास्वामी, एमडी और सीईओ ब्राउनडव , डॉ. श्याम वासुदेव राव, संस्थापक और एमडी रेनैलिक्स थे। इनके साथ श्री डीए प्रसन्ना , पूर्व प्रेसिडेंट जीई हेल्थकेयर, डॉ. शैलेश जावर, डायरेक्टर ऐपेक्स हॉस्पिटल्स एंड क्रिटिकल केयर होप, डॉ. रोहित अरोड़ा, क्लिनिकल डायरेक्टर और हेड नियोनेटोलॉजी, क्लाउडनाइन हॉस्पिटल्स, गुड़गांव, श्री अरविंद शिवरामकृष्णन , सीआईओ कार्किनोस हेल्थकेयर, श्री सौरभ सुनेजा प्रिंसिपल एनआईआईएफ, श्री लियोन बोस्टन, सीईओ एमओडीटी, आदि भी शामिल थे।