New Delhi News : भारतीय मोबाइल पेमेंट्स एवं वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम ने अंतरसरकारी फोरम, ग्रुप ऑफ 20 (जी20) की भारत की अध्यक्षता के दौरान ‘स्टे सेफ ऑनलाइन’ कैम्पेन के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाय) के साथ भागीदारी की है।
जी-20 स्टे सेफ ऑनलाइन कैम्पेन (www.mygov.in/staysafeonline) का उद्देश्य नागरिकों के बीच ऑनलाइन सुरक्षा को लकर जागरूकता पैदा करना है क्योंकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग तेज़ी से डिजिटल भुगतान का रास्ता अपना रहे हैं। स्टे सेफ कैम्पेन का ध्यान साइबर हाइजीन पर केंद्रित है और इसके लिए ऑनलाइन जोखिमों और इसके लिए आवश्यक सुरक्षा उपायों के बारे लोगों को जानकारी दी जाती है। सोशल मीडिया और डिजिटल भुगतान के बढ़े हुए इस्तेमाल के बीच यूज़र्स को ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में संवेदनशील बनाने के लिए पेटीएम एमईआईटीवाय द्वारा किए गए इस प्रकार के कई कार्यक्रमों की तर्ज पर ही यह कैम्पेन शुरू किया गया है।
स्टे सेफ ऑनलाइन कैम्पेन एक ऐसे समय में सामने आया है जब हमारे देश ने एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। स्मार्टफोन्स के प्रसार, इंटरनेट की लगातार बढ़ती पहुँच और एक युवा आबादी के साथ भारत डिजिटल क्रांति की ओर बढ़ रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्ज़, ऑगमेंटेड रिएलिटी और मेटावर्स जैसे नवाचार के विकास के साथ भारत में बहुत तेज़ी से तकनीकी विकास हो रहा है और हमारी रोज़ाना की गतिविधियों का एक हिस्सा बनता जा रहा है। यह भागीदारी न केवल मौजूदा इंटरनेट यूजर्स की सहायता करेगी और उन्हें साइबर सुरक्षा के बारे में जानकारी देगी, बल्कि इसके साथ ही यह भारत में तेज़ी से बढ़ रहे नए इंटरनेट यूज़र्स के लिए भी लाभदायक होगी।
ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुँचने के लिए यह कैम्पेन कई भाषाओं में चलाया जाएगा। डिजिटल भुगतान के एक प्रबल समर्थक के रूप में पेटीएम की इस कैम्पेन में भागीदारी से इसे बेहतर तरीके से अधिक लोगों तक पहुँचाने में सहायता मिलेगी।
जी20- स्टे सेफ ऑनलाइन कैम्पेन के अंतर्गत संसाधनों द्वारा कई विषयों को कवर किया जाएगा जैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी से निपटना, नुकसानदायक सामग्री के बारे में रिपोर्ट करना, ऑनलाइन सुरक्षित रहने के बारे में टिप्स और कैम्पेन के एक भाग के रूप में इंटरनेट यूज़र्स के बीच साइबर हाइजीन के तरीकों की आदत डालना और https://www.staysafeonline.in/competitions पर होने वाली प्रतियोगिता में हिस्सा लेना।
मोबाइल भुगतान में सबसे आगे रहने वाले पेटीएम ने डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवाओं की एक व्यापक रेंज के साथ नागरिकों को सक्षम किया है और इस प्रकार देश में आर्थिक समावेशन को आगे बढ़ाया है। उद्योग में पेटीएम का फ्रॉड-टू-सेल्स रेश्यिो सबसे कम है। अभिनव टेक्नोलॉजी से चलने वाले उत्पादों और सेवाओं के साथ फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी की यह दिग्गज कंपनी अपने यूज़र्स को सक्रिय रूप से ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में जानकारी प्रदान कर रही है ताकि वे अपनी साइबर सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। वास्तव में, उनका क्रांतिकारी आईओटी डिवाइस पेटीएम साउंडबॉक्स दृष्टिबाधित व्यापारियों के लिए एक वरदान साबित हुआ है। इसका रियल टाइम ऑडियो अलर्ट इन व्यापारियों को सभी भुगतानों पर निगरानी रखने में मदद करता है।
इस सहयोग के तहत, पेटीएम इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाय) के MyGov सिटिज़न एंगेज़मेंट प्रोग्राम (नागरिक जुड़ाव कार्यक्रम) प्लैटफॉर्म पर इस अभियान के क्रिएटिव्स, पोस्टर्स, बैनर्स और वीडियो शेयर करेगा ताकि सुरक्षित डिजिटल भुगतान संबंधी जानकारी को ज्यादा लोगों तक पहुँचाया जा सके और साइबर सुरक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जा सकें।
इसके साथ ही पेटीएम सुरक्षित और भरासेमंद मनी ट्रांसफर की सुविधा पेश करती है। मोबाइल भुगतान के लिए यूपीआई के सबसे लोकप्रिय साधन के तौर पर उभरने के साथ पेटीएम ने सिक्योर यूपीआइ ट्रान्जैक्शन्स पर ब्लॉग्स तैयार किए हैं जबकि वेबसाइट पर इसका सपोर्ट सेक्शन सुरक्षित तरीकों की जानकारी देता है जिसके माध्यम से धन हस्तांतरण किया जा सकता है। इसके साथ ही कंपनी ने पेटीएम पेमेंट प्रोटेक्ट नामक उत्पाद भी लॉन्च किया है जो यूपीआई भुगतान को सुरक्षित करने के लिए एक इंश्योरेंस कवर है।
वन97 कम्यूनिकेशन लिमिटेड के एसोसिएट पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) ने ब्लॉग्स और सोशल मीडिया कैम्पेन के अलावा यूज़र्स के लिए सुरक्षित बैंकिंग सुनिश्चित करने के लिए फ्रॉड प्रिवेंशन पर एक अलग वेब पेज का निर्माण किया है।