नई दिल्ली न्यूज़, 08 जुलाई 2022 : प्रजापति महासभा दिल्ली प्रदेश द्वारा 15 गरीब कन्याओं का सामूहिक विवाह का आयोजन आनंद धाम आश्रम बक्करवाला, नांगलोई में किया गया। इन गरीब कन्याओं को आर्शीवाद देने के लिए विभिन्न जगहों से लोग एकत्रित हुए थे। कार्यक्रम का शुभारंभ सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश, धर्मशाला अध्यक्ष स्कवा. लीडर श्री उमेद सिंह, मुख्य जांचकर्ता चंद्र प्रकाश, वैवाहिक वाद विवाद समाधान समिति के अध्यक्ष अशोक प्रजापति, युवा अध्यक्ष प्रवेश बंशीवाल, महासचिव जगवीर प्रजापति, राम कुमार पूर्व शिक्षा अध्यक्ष मास्टर दयानंद, शिक्षा अध्यक्ष श्री सतीश कुमार, धनराज, श्री धर्मपाल सुखरालिया, डोरी लाल, मंडल अध्यक्ष नेतराम, मंडल अध्यक्ष मुकुंद सिंह, मंडल अध्यक्ष संजीव कुमार, हरीश कुमार, रमेश नजफगढ़, कवर लाल मेहरम नगर, कवल सिंह बेगम पुर, प्रदीप चंद्र एवं मुख्य महासचिव राजेश कुमार वर्मा सहित संस्था के कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश ने बताया कि संस्थान द्वारा करवाया जा रहा 15 कन्याओं का सामूहिक विवाह सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि संस्था समय-समय पर दिव्यांगजनों व अन्य गरीब लोगों के इलाज के लिए भी आर्थिक सहायता मुहैया करवाते रहते है और समाज में इससे बढ़कर कोई कार्य नहीं है। संस्था द्वारा इन कन्याओं को गृहस्थी जीवन षुरु करने के लिए आवष्यक संसाधन भी मुहैया कराया है। उन्होंने यह भी कहा कि हिन्दू रीति रिवाज में कन्यादान का विषेश महत्व होता है। संस्था की ओर से पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रत्येक वर वधु को तुलसी का एक पौधा भी भेंट किया गया था। उसे यादगार के रूप में घर के आसपास लगाने एवं पौधे के पल्लवन और संरक्षण के लिए प्रेरित किया किया। वर वधु ने पौधे लगाने का संकल्प भी लिया।
राजेश कुमार वर्मा ने कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि इस अवसर पर बेटियों को आशीर्वाद देने का मौका मिला है, वर वधुओं ने पारंपरिक रस्मों को पूरा किया और एक दूसरे के गले में वरमाला डाली तथा आयोजन में उपस्थित बुजुर्गों से आर्षीवाद ग्रहण किया। विवाह समारोह बेहद शनदार तरीके से आयोजित किया गया और जोड़ों के सपनों को साकार करते हुए उनके लिए इसे जीवनभर का एक यादगार अनुभव बनाने के लिहाज से व्यापक तौर पर इंतजाम किए गए थे।
इस इवसर पर स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन हुआ था। शिविर में रक्तदान, नेत्रदान व ब्लड, षुगर, वीपी व अन्य सभी प्रकार की जांच की गई, जिसमें लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया, जो संस्था द्वारा निःषुल्क था।