Mumbai News : फिल्म पद्मावती को लेकर विवाद कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। सोमवार को भाजपा पार्टी ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को बॉलीवुड फिल्म पद्मावती की रिलीज को रोकने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की हैं और उनका दावा है कि यह “ऐतिहासिक तथ्यों का विरूपण” है और अगर फिल्म रिलीज हुई तो हिंदू भावनाओं को चोट पहुंचेगी।
इससे पहले ताजा बयान राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया की ओर से आया है जिसमें उनकी मिली-जुली प्रतिक्रिया शामिल है। राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि ‘पद्मावती’ के रिलीज होने पर प्रदेश में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि उन्होंने कहा कि फिल्म में अगर कुछ भी आपत्तिजनक है, तो उसे ठीक किया जाना चाहिए। रानी पद्मावती को जाति के आधार पर नहीं देखा सकता है। वह देश की प्रतीक हैं और अगर फिल्म में लोगों की भावनाओं को आहत करने वाली बातें है, तो उसे ठीक किया जाना चाहिए।
इस बीच उदयपुर में फिल्म की रिलीज पर किसी तरह का बैन नहीं लगाया गया है।जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि फिल्म के प्रदर्शन पर बैन को लेकर कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि राजपूत समाज के लोग संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ पर इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।