फिल्म की टिकट के लिए खड़े हो सकते हैं तो राष्ट्रगान के लिए क्यों नहीं?

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Mumbai News :  एक्टर और FTII चेयरमैन अनुपम खेर ने चल रहे राष्ट्रगान विवाद पर अपनी राय रखी है। अनुपम का कहना है कि यदि लोग रेस्तरां में इंतजार कर सकते हैं, सिनेमाघरों में फिल्म की टिकट के लिए खड़े हो सकते हैं, तो फिर वे सिनेमाघरों में राष्ट्रगान के लिए क्यों नहीं हो सकते?

अनुपम खेर पुणे में दिवंगत बीजेपी नेता ‘प्रमोद महाजन मेमोरियल अवॉर्ड’ प्राप्त लेने के लिए आए थे। इसी इवेंट में अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का मानना है कि राष्ट्रगान के समय खड़े होना जरूरी नहीं होना चाहिए। लेकिन मेरे लिए राष्ट्रगान के वक्त खड़े होना उस शख्स की परवरिश को दिखाता है। उन्होंने आगे कहा कि जैसे हम अपने पिता या गुरु के आने पर उनके सम्मान के लिए खड़े होते हैं। ठीक वैसे ही राष्ट्रगान के लिए खड़ा होना अपने देश के प्रति सम्मान को दिखाता है।

अनुपम खेर को यह अवॉर्ड केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रदान किया। इस मौके पर दिवंगत प्रमोद महाजन की बेटी और बीजेपी सांसद पूनम महाजन भी वहां मौजूद रहीं।

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