Faridabad News, 29 Jan 2019 : 23 वर्षीय फरीदाबाद में जन्मे वैज्ञानिक रूपम शर्मा को अमेरिका की विदेश नीति पत्रिका द्वारा ‘100 ग्लोबल थिंकर्स’ से सम्मानित किया गया और वैश्विक विचारक के रूप में सूचीबद्ध किया गया| वह सबसे कम उम्र के वैज्ञानिक है जिन्हें बिल गेट्स, बराक ओबामा, भारतीय मुकेश अंबानी, भारतीय स्वामी रामदेव जैसे दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों के साथ ये सम्मान प्राप्त हुआ।
रूपम ने मैनोवयु का आविष्कार किया| मैनोवयु एक इंटेलिजेंट स्मार्ट ग्लोव है। जो लाखों दृष्टिहीन लोगों के लिए जीवन और सीखने को आसान बनाता है। इस डिवाइस में एक कैमरा और सेंसर होता है जिसे दस्ताने की तरह आसानी से हाथ से पकड़ा जा सकता है। यह कैमरे के सामने आने वाले अक्षरों को ऑडियो में परिवर्तित करता है, लेकिन अगर रास्ते में कुछ बाधाएं हैं, तो सेंसर इसको बताता है। मैनोवयु से दृष्टिहीन व्यक्ति आसानी से पढ़ सकते है। और आसानी से सड़क पार कर सकते हैं|
उनकी खोज के बाद, उन्हें दुनिया भर में सम्मानित किया गया। 2017 में, उन्हें भारत के राष्ट्रपति के हाथों नेशनल यूथ अवार्ड मिला, और हाल ही में उन्हें बर्लिन में वर्ल्ड हेल्थ समिट का स्टार्ट-अप अवार्ड मिला। वह माइक्रोसॉफ्ट युथ स्पार्क के वर्ल्ड चैंपियन बने और माइक्रोसॉफ्ट इमैजिन कप के वर्ल्ड फाइनलिस्ट रहे| उन्हें याहू एसेन्सर इनोवेशन जॉकी अवार्ड 3 बार प्राप्त हुआ| उन्हें ‘एमआईटी टेक रिव्यू’ का यंगेस्ट इंनोवेटर अंडर 35 का सम्मान प्राप्त हुआ। यह पुरस्कार दुनिया के सबसे प्रतिभाशाली छात्र को दिया जाता है। विशेष रूप से, रूपम दुनिया में सबसे कम उम्र के वैज्ञानिक हैं, जिन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।