Faridabad News, 30 Sep 2021 : एनएचपीसी लिमिटेड ने 29 सितंबर, 2021 को अपने निगम मुख्यालय, फरीदाबाद से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपनी 45वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) की मेजबानी की। कंपनी के प्रबंधन ने वर्ष 2020-21 के लिए रु. 1.60/- प्रति इक्विटी शेयर का लाभांश की सिफारिश की,जिसमें मार्च, 2021 में भुगतान किए गए रु.1.25/- प्रति शेयर इक्विटी का अंतरिम लाभांश भी शामिल है। श्री ए.के. सिंह, सीएमडी, एनएचपीसी ने एजीएम में शेयरधारकों को संबोधित किया, जिसमें एनएचपीसी बोर्ड के सदस्यों के साथ एनएचपीसी की कंपनी सचिव भी उपस्थित रही । सीएमडी ने कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, एनएचपीसी द्वारा की गई महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। श्री सिंह ने बताया कि एनएचपीसी ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में अब तक का सबसे अधिक 3,233 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया है, जो पिछले वर्ष से 7.52% अधिक है।
उन्होंने वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान विभिन्न प्रचालन और वित्तीय मोर्चों के संबंध में एनएचपीसी की उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि एनएचपीसी ने 23,612 एमयू की डिजाइन ऊर्जा के मुकाबले 24,471 एमयू विद्युत का उत्पादन किया है। श्री सिंह ने बताया कि एनएचपीसी ने लाभार्थियों से 10,114 करोड़ रुपये की बकाया राशि की अब तक की सबसे अधिक वसूली प्राप्त की है और लाभांश के माध्यम से भारत सरकार के खजाने में 1,118.90 करोड़ रुपये का अंशदान दिया है। श्री सिंह ने कॉरपोरेट इन्साल्वन्सी रेज़लूशन प्रासेस (सीआईआरपी) के माध्यम से सिक्किम में रंगित-IV जलविद्युत परियोजना (120 मेगावाट) के कार्यान्वयन के लिए पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में जलपावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जेपीसीएल) का सफल अधिग्रहण और किशनगंगा पावर स्टेशन में विद्युत उत्पागदन शुरू करने में होने वाली आरंभिक समस्याओं का समाधान, जिसके फलस्वरूप पावर स्टेशन के वार्षिक उत्पादन में वर्ष दर वर्ष 30.86% की वृद्धि होने की भी जानकारी दी। उन्होंने आगे यह भी कहा कि सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए कार्यनीतिक इच्छा%शक्तिध के अनुरूप, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू व कश्मीर में चिनाब नदी बेसिन में रतले जलविद्युत परियोजना (850 मेगावाट) के कार्यान्वयन के लिए एनएचपीसी और जम्मू व कश्मीर राज्य विद्युत विकास निगम लिमिटेड (जेकेएसपीडीसीएल) की क्रमशः 51:49 की इक्विटी भागीदारी के साथ 1 जून, 2021 को एक संयुक्त उद्यम कंपनी (रतले हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड) का गठन किया गया है। इसके अतिरिक्त, एनएचपीसी ने जून, 2021 में चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड [पहले एनएचपीसी (49%), जेकेएसपीडीसीएल (49%) और पीटीसी (2%) की एक संयुक्त उद्यम कंपनी] में पीटीसी इंडिया लिमिटेड (पीटीसी) की 2% इक्विटी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है, जिससे यह एनएचपीसी की सहायक कंपनी बन गई।
अपने संबोधन के दौरान, श्री ए.के. सिंह, सीएमडी, एनएचपीसी ने यह भी जानकारी दी कि एनएचपीसी द्वारा महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में सावलकोट (1856 मेगावाट), उड़ी- I (स्टेज- II) (240 मेगावाट), दुलहस्ती (स्टेज-II) (258 मेगावाट), जलविद्युत परियोजनाओं (एनएचपीसी द्वारा कार्यान्वित की जाने वाली) और किरथई-II जलविद्युत परियोजना (930 मेगावाट) (सीवीपीपीपीएल द्वारा कार्यान्वित की जाने वाली) के निष्पादन के लिए जेकेएसपीडीसीएल के साथ समझौता ज्ञापन, बिहार के सुपौल जिले में डागमारा जलविद्युत परियोजना (130.1 मेगावाट) के कार्यान्वयन के लिए 14 जून, 2021 को बिहार स्टेलट हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएसएचपीसी) के साथ समझौता ज्ञापन, देश में अक्षय ऊर्जा में एनएचपीसी की पहुंच को बढ़ाने के उद्देश्य से इंडियन रिन्युकबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) के साथ समझौता ज्ञापन और परियोजना विकास, क्षमता निर्माण, ओ एंड एम, आरएमयू और भारत के बाहर अन्य परामर्श कार्य के कार्य को सुगम बनाने के लिए ‘विदेशी विद्युत क्षेत्र में सहयोग’ हेतु एनटीपीसी लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन और एनसीएलटी के माध्यम से हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट्स के विकास और परिसंपत्तियों के अधिग्रहण से एनएचपीसी के ऊर्जा पोर्टफोलियो के विस्तार को सुगम बनाने के लिए पीएफसी लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन शामिल है।
सीएमडी, एनएचपीसी ने यह भी बताया कि चालू वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही के दौरान, एनएचपीसी का शुद्ध लाभ 912.26 करोड़ रुपये था, जिसमें पिछले वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में 26% की वृद्धि दर्ज की गई। एजीएम में कंपनी के निष्पापदन के संबंध में सदस्यों के विभिन्न प्रश्नों का भी समाधान किया गया।