Faridabad : शहर की सबसे पुरानी विजय रामलीला कमेटी हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी श्री रामायण का भव्य मंचन करने जा रही है। पिछले दिनों विवादों से घिरी कमेटी इस बार दुगने जोश और उत्साह के साथ मर्यादा पुरषोत्तम भगवान श्री राम की जीवनी को एक नए ढंग से दर्शाने जा रही है। कमेटी के चेयरमैन श्री सुनील कपूर ने बताया की कमेटी के सदस्य 1 अगस्त से निरंतर, रात्रि 8 से 10 बजे तक रेहर्सल्स कर रहे हैं और कार्यकारिणी सहित पूरी टीम मिलकर ज़ोरो शोरो से इस वार्षिक कार्यक्रम को दुगना सफल बनाने के प्रयास में हैं। गुज़रे दिनों के भूमि विवाद को लेकर के उनका ऐसा कहना है कि इसे दुर्भाग्य समझें हिंदुत्व का या कलयुग का ज़ोर के सनातन धर्म की आत्मा श्री राम को ही विवादित मुद्दा बना दिया गया और बनाने वाले हिन्दू ही हैं, फिर बात चाहे अयोध्या के राम मंदिर की हो या फरीदाबाद की राम कमेटी की । यहाँ बात सरकारों की या राजनैतिक नहीं बल्कि मानविक होनी चाहिए जब सवाल राम के अस्तित्व का आजाये। उनका कहना है कि सरकारी परमिशन और श्री राम कृपा से वो उस कार्य को अपनी टीम के साथ मिलकर सफल बनाएंगे। इस वर्ष के कार्यक्रम में कमेटी बोर्ड के महासचिव सौरभ कुमार जो कि पिछले 5 वर्षों से निरंतर मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम की भूमिका में नज़र आते रहे हैं व महसचिव पद के साथ साथ निर्देशक के पद से भी अलंकृत हैं और इस वर्ष मंच संभालेंगे। सौरभ कुमार का कहना है कि पिछले 19 सालों से उन्होंने मंच पर सीता, लक्ष्मण, कैकयी और श्री राम कि भूमिका अदा की।
इस मंच ने शहर भर में बहुत ख्याति दी। अब समय आगया है ऋण चुकाने का। 35 वर्षीय सौरभ इस मंच के सबसे छोटी आयु के निर्देशक के रूप में इस कमेटी का 72 वां वार्षिक रामायण मंचन का निर्देशन करने वाले हैं। उन्होंने बताया कि उनके रोल के बाद श्री राम के रूप में उन्होंने पुराने किसी कलाकार को ना चुनते हुए, नए चेहरे को श्री राम का अक्स दिया और निमिष सलूजा को राम की भूमिका सौंपी, लक्ष्मण का किरदार वैभव लड़ोइया निभायेंगे जो की मेयर सुमन बाला के देवर हैं और कमेटी में पिछले दो दशक से निरंतर कई रोल अदा कर चुके हैं। सीता की भूमिका में प्रिंस मनोचा नज़र आएंगे जो पिछले सात वर्षो से लक्ष्मण निभाते आये। हनुमान जी के किरदार में अरुण भाटिया एक बार फिर दिखाई देंगे। इस मंच का सबसे मज़बूत स्तम्भ इस कमेटी के रावण है , निर्देशक का मान ना हैं कि इन्हे बदलने की कल्पना से भी दूर है कमेटी। श्री टेक चंद नागपाल पिछले 22 वर्षों से रावण की भूमिका अदा करते आ रहे हैं।
विजय रामलीला कमेटी शहर की अन्य सभी कमेटियों से ना केवल पुरानी है बल्कि इस कमेटी का सफर समय चक्र के उस पड़ाव से हुआ है जहाँ गरीबी और आर्थिक तंगियों को झेलते हुए देश विभाजन में पाकिस्तान से उजड़ कर आये रिफ्यूजी और कमेटी के बुज़ुर्गवार लोगों ने इस मंच की स्थापना धर्म रक्षा और नयी पौध को आध्यात्मिकता से जोड़ने के उदेश्य से किया और आज कमेटी में 7 साल के विवान लरोइया, 8 साल के मनहर मनोचा और 12 साल की सीयोना गुलाटी जैसे नव पीड़ी के बाल कलाकार अपनी कलाओं की सुर्खियां बिखेरेंगे। धर्म और राम चरित्र को जीवांग रखती ये कमेटी अपने 72 वे कार्यक्रम का शुभारम्भ आने वाले 12 अक्टूबर को रात्रि 9 बजे कई राजनैतिक हस्तियों एवं उद्योग जगत के चमकते नामों से करने जा रहे हैं।